श्याम तिवारी/कानपुर: समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया. इरफान सोलंकी अपने भाई के साथ आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे. पुलिस आयुक्त के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद पुलिस ने रिजर्व पुलिस लाइन में रखकर दोनों से पूछताछ की. साढ़े तीन घंटे पूछताछ करने के बाद दोनों भाइयों को न्यायालय में पेश किया गया. इस दौरान बचाव और अभियोजन पक्ष के वकीलों ने अपनी अपनी दलीलें दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके बाद न्यायालय ने विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. सपा विधायक इरफान सोलंकी के अधिवक्ता नरेश त्रिपाठी के मुताबिक ग्वालटोली में दर्ज हुए मामले में विधायक को सात दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. जबकि उनके भाई रिजवान सोलंकी का नाम मुकदमे से हटा दिया गया है. 
यह भी पढ़ें: घोड़े में सवार हुई दुल्हनियां, दूल्हा और बाराती रह गए दंग


वहीं जाजमऊ थाने में आगजनी और रंगदारी के मामले में दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश के बाद सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया. इस दौरान कोर्ट परिसर में भारी भीड़ जमा रही. एक तरफ वकीलों का हुजूम तो वहीं विधायक के समर्थक भी बड़े पैमाने पर वहां मौजूद रहे. 8 नवंबर को पुलिस ने सोलंकी और रिजवान पर एक महिला के साथ जमीन विवाद के बाद दंगा और आगजनी करने का अपराध दर्ज किया था. बताया जा रहा है कि सपा विधायक ने फेसबुक पर लाइव होकर सरेंडर किया था. वह विधायक परिवारजनों से मिलकर फफक पड़े थे.