लखनऊ : जल्द ही आपको लखनऊ एयरपोर्ट पर भगवान लक्ष्मण की भव्य मूर्ति नजर आएगी.  देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने लक्ष्मण की इस मूर्ति को तैयार किया है. 5 फरवरी को मूर्ति लखनऊ पहुंच जाएगी. अगले 13 और 14 फरवरी को जी-20 सम्मेलन होने वाला है. इस सम्मेलन में देश-विदेश की काफी बड़ी हस्तियां शामिल होंगी.  


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ऐसी मान्यता है कि लखनऊ शहर को भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने बसाया था. उन्हीं के नाम इसका नाम लखनऊ पड़ा. लखनऊ में आयोजित होने वाले जी-20 सम्मेलन में नोएडा में बनी हुई लक्ष्मण की इस मूर्ति को दुनिया भर के लोग देखेंगे. राम सुतार के बेटे अनिल सुतार के मुताबिक इस मूर्ति की ऊंचाई 12 फुट है. मूर्ति को तैयार करने के लिए कांस्य का उपयोग किया गया है.


कौन हैं राम सुतार
प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने कई बड़े महापुरुषों की मूर्तियां बनाई हैं. उनका जन्म महाराष्ट्र राज्य के धुले जिले में एक छोटे से गांव गोंडुर में हुआ था. 19 फरवरी 1925 को जन्मे राम सुतार की उम्र के 96 वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं. हालांकि उम्र के इस पड़ाव में भी उनकी सक्रियता देखने लायक है. कुछ समय पहले उनकी बनाई गई एक मूर्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश यात्रा के दौरान विशिष्ट जनों को भेंट की थी. उन्हें 1999 में पद्म श्री और बाद में 2016 में पद्म भूषण जैसे सम्मान मिल चुके हैं.   


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स्टेचू ऑफ यूनिटी से मिली बड़ी पहचान
राम सुतार लगभग 50 साल से मूर्तियां बनाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने चंबल नदी पर बने बांध की आईकॉनिक प्रतिमा बनाई, इसके बाद राम सुतार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कई बेहतरीन मूर्तियां बनाईं. उनकी बनाई गांधी जी की प्रतिमा भारतीय संसद की शोभा बढ़ा रही है, जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ध्यान की अवस्था में बैठे  हैं. उन्हें सबसे अधिक लोकप्रियता स्टैचू ऑफ यूनिटी से मिली. यह विश्व की सबसे ऊंची मूर्तियों में से एक है. 


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