Pratapgarh: शशी कपूर जुल्म के चलते सचिन ने लगाई फांसी, घर के दरवाजे पर शव दफनाने पर अगले जन्म में मिलने का किया वादा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ में आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक प्रतापगढ़ में शशी कपूर, अनिल कपूर और शैलेन्द्र कपूर के जुल्म सितम के चलते युवक मोहित उर्फ सचिन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ में आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक प्रतापगढ़ में शशी कपूर, अनिल कपूर और शैलेन्द्र कपूर के जुल्म सितम के चलते युवक मोहित उर्फ सचिन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक उसने सुसाइड नोट में पांच साल से चल रहे जमीनी विवाद को इसकी वजह बताया. आइए बताते हैं पूरा मामला.
आपको बता दें कि आत्महत्या करने वाले युवक ने पत्र में प्रताड़ित करने की वजह का उल्लेख किया है. जानकारी के मुताबिक परिवार की प्रताड़ना का हल न निकलता देख युवक ने खुद को असहाय पाया और मौत को गले लगा लिया. युवक ने सुसाइड नोट में परिवार के लोगों से क्षमा याचना के साथ अगले जन्म में मिलने का वादा किया है. वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. इस मामले में पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. बता दें कि मामला आसपुर देवसरा थाने के स्थानीय गांव का मामला है.
जानकारी के मुताबिक शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा. इस दौरान उसका सुसाइड नोट पढ़ा गया, जिसमें मृतक द्वारा अंतिम इच्छा भी बताई गई थी. अंतिम इच्छा के अनुसार मृतक के दरवाजे पर स्थित विवादित भूमि में उसे दफना दिया गया.
इस मामले में सीओ पट्टी दिलीप सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आसपुर देवसरा थाने के अंतर्गत देवसरा गांव में आत्महत्या संबंधित एक घटना घटित हुई, जिसमें सचिन उपाध्याय उर्फ मोहित उपाध्याय ने अपने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचा, जहां कमरे की तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ.
इसमें युवक ने अपने पड़ोसी शशि कपूर उपाध्याय, अनिल कपूर उपाध्याय और शैलेंद्र उपाध्याय पर जमीनी विवाद में लगातार प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. सुसाइड नोट को पुलिस द्वारा कब्जे में ले लिया गया है. पुलिस ने मृतक के पिता जगदीश उपाध्याय तहरीर लेकर स्थानीय थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. इस मामले में अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है.