श्याम तिवारी/कानपुर: उत्तर प्रदेश सरकार ने गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे कराने जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत मदरसों की 12 बिंदुओं पर जांच की जाएगी. इसी क्रम में कानपुर के मदरसों में भी सोमवार से सर्वे शुरू किए गए. सर्वे टीम का नेतृत्व एसडीएम सदर और जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने किया. सर्वे की शुरुआत उत्तर प्रदेश के बड़े मदरसों में शुमार जाजमऊ स्थित डीटीस मदरसे से की गई. यहां पर अधिकारियों के साथ टीम ने दस्तावेजों की जांच की. उसके बाद मदरसा परिसर के कमरों की भी जांच की गई. सर्वे टीम ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों से भी बात की. पूरे उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में मदरसों का सर्वे 5 दिन पहले से शुरू हो चुका है लेकिन कानपुर में लिस्ट बनाने में देरी और अधिकारियों के ना होने के कारण यह सर्वे सोमवार से शुरू हुआ. 


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सहारनपुर में हुआ मदरसों का सम्मेलन
इससे पहले सहारनपुर में रविवार को मदरसों का अधिवेशन शुरू हुआ. इस सम्मेलन में प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से 200 से अधिक मदरसा प्रतिनिधियों ने शिरकत की. सितंबर महीने की शुरुआत में योगी सरकार (Yogi Government) ने मदरसों का सर्वे करने की प्रक्रिया शुरू की थी. प्रदेश सरकार की योजना के मुताबिक 12 पहलुओं पर सर्वे होना है.


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शासन के आदेश के अनुसार डीएम द्वारा मदरसों के सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों की टीमें गठित की जाएंगी. यूपी में मदरसों का सर्वे शुरू होने के बीच देवबंद में दारुल उलूम के इस्लामिक स्कॉलर अरशद मदनी (Arshad Madani) ने कहा है कि मदरसों का सर्वे करना सरकार के अधिकार में है. उन्होंने कहा कि हम सरकार का पूरा सहयोग करेंगे. इसमें कोई गलत बात नहीं है. 
सरकार ने विपक्ष पर लगाया भ्रम पैदा करने का आरोप
योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दानिश अंसारी ने मदरसों के सर्वे पर विपक्ष को आईना दिखाया है. उन्होंने कहा है कि मदरसों के सर्वे को लेकर विपक्ष खूब भ्रम फैला रहा है. दानिश अंसारी के मुताबिक सच्चाई ये है कि ना मदरसे बंद होंगे और ना मदरसों पर कोई बुलडोजर चलने जा रहा है.