`एक गोली, एक लक्ष्य` पर जुटे उत्तराखंड पुलिस के जवान, सही निशाना लगाने वाले को मिलेगा ये बड़ा मौका
तीन दिवसीय शूटिंग प्रतियोगिता में शिरकत करने वाले जवान अगले तीन दिनों तक अलग-अलग प्रतियोगिता मे निशानेबाजी करेंगे.इसमें चयनित होने वाले एथलीट नेशनल पुलिस फायरिंग कंपटीशन में हिस्सा लेंगे.
कमल किशोर पिमोली/पौड़ी: शनिवार से श्रीनगर में उत्तराखण्ड पुलिस की 18 वीं अन्तर जनपदीय पुलिस एवं वाहिनी राईफल पिस्टल शूटिंग प्रतियोगिता शुरू हो गई है. यह प्रतियोगिता 3 दिनों तक चलेगी. जिसमें पूरे प्रदेश के 200 से ज्यादा जवान शामिल हो रहे हैं.
नेशनल खेलने का मिलेगा मौका
शूटिंग प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के पूरे जनपद की 21 टीमें हिस्सा लेंगी. कार्यक्रम का शुभारंभ DIG गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने किया. प्रतियोगिता 28 नवंबर तक चलेगी. वहीं कार्यक्रम में एसएसपी SSP पौड़ी श्वेता चौबे ने भी प्रतियोगी जवानों को सम्बोधित किया. तीन दिवसीय शूटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले जवानों द्वारा अगामी तीन दिनों तक अलग-अलग प्रतियोगिता मे शूटिंग की जाएगी और जो भी चयनित होंगे वें नेशनल पुलिस फायरिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे.
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फायरिंग रेंज की कमी
पुलिस विभाग द्वारा हर साल उत्तराखंड में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. लेकिन हैरत की बात ये है कि पुलिस के पास आज तक अपना कोई फायरिंग रेंज नहीं है. इस वजह से ये प्रतियोगिता कई सालों से एसएसबी के फायरिंग रेंज मे आयोजित की जाती है. अपना कोई फायरिंग रेंज न होने के कारण पुलिस के जवान फायरिंग की कोई प्रैक्टिस नहीं कर पाते हैं. ऐसे में यदि उन्हें जरुरी बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएं तो निश्चित ही उत्तराखंड की प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाएंगी. हालांकि प्रतियोगिता के आयोजन स्थल एसएसबी फायरिंग रेंज मे जवानों को प्रतियोगिता के समय अत्याधुनिक सुविधाऐं मुहैया कराने की कोशिश की गई है. यहां पर 100 मीटर से लेकर 300 मीटर तक फायरिंग जोन समेत 51 एमएम स्मोक बम फायर करने के लिए भी व्यवस्थाएं पूरी है. जिनसे पुलिस के जवान प्रतियोगिता के दौरान रूबरू हो रहे हैं.