Lakhimpur Kheri: इलाके में खौफ का पर्याय बन चुका था टाइगर, ऐसे पकड़ा गया
Wild Life: लखीमपुर खीरी में एक बाघ दहशत का पर्याय बन चुका था. इस बाघ को आखिरकार वन विभाग की टीम ने पकड़ा लिया है.
दिलीप मिश्रा/लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में एक बाघ ने आतंक मचाया था. दहशत का पर्याय बन चुके इस बाघ को आखिरकार वन विभाग की टीम ने पकड़ा लिया है. जानकारी के मुताबिक वन विभाग ने बाघ को ट्रेंकुलाइज करके पकड़ लिया. आइए बताते हैं पूरा मामला.
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बीते 2 माह से बाघ के खौफ से लोगों का घर से निकलना था मुश्किल
आपको बता दें कि पलिया तहसील इलाके के मरोचा गांव के आस-पास के इलाके में बीते 2 माह से बाघ के खौफ से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया था. बाघ ने एक युवक पर हमला करके मौत के घाट उतार दिया था. जानकारी के मुताबिक बाघ ने कई अन्य लोगों को भी घायल कर दिया था.
दर्जनों मवेशियों को बना चुका था शिकार
ग्रामीणों की मानें तो बाघ दर्जनों मवेशियों को भी अपना शिकार बना चुका था. बाघ के हमले से लगातार लोगों के मारे जाने के बाद इलाके में दहशत का माहौल था. इसके बाद मामले की जानकारी वन विभाग को दी गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर पिंजरा लगाया हुआ था. लगातार कॉम्बिंग की जा रही थी. इसके अलावा ट्रेंकुलाइज के लिए परमिशन भी ले ली गई थी.
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ट्रेंकुलाइज कर बाघ पिंजरे में हुआ कैद
आपको बता दें कि आज उस बाघ को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया. इस दौरान बाघ को देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण की भीड़ इकट्ठा हो गई. ग्रामीण पिंजरे में लगातार झांकते नजर आए. बाघ के पकड़े जाते ही ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी छा गई. डीएफओ सुंदरेशा ने कहा कि जिस बाघ के खौफ से इलाके के लोग निकल नहीं पा रहे थे, वह बाघ पकड़ा गया.
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