प्रयागराज : उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है. माफिया अतीक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का खाका तैयार कर लिया गया है. एसटीएफ ने माफिया अतीक के 34 गुर्गों की लिस्ट तैयार की है. धूमनगंज, खुल्दाबाद, शाहगंज, कोतवाली और करैली थाने के रहने वाले 34 गुर्गों की लिस्ट तैयार हुई है.


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चिन्हित गुर्गों की क्रिमिनल हिस्ट्री की एसटीएफ ने जुटाई है. माफिया अतीक के गुर्गों को पूर्व में मिली जमानत को निरस्त कराने की तैयारी है. अपराधिक गतिविधियों में शामिल गुर्गों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी शिकंजा कसा जाएगा. अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर कुर्की के साथ ध्वस्तीकरण की भी होगी कार्रवाई.


कई सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस


वहीं उमेश पाल का ड्राइवर भी यूपी पुलिस के राडार पर है. उस पर हत्याकांड में शामिल होने का शक है. बताया जा रहा है कि वह हत्याकांड के समय मौजूद था. हत्याकांड के दौरान साथ मौजूद ड्राइवर पर शक गहराया. कार में सवार दूसरे गनर को गोली मारने को लेकर शक गहराया है. पुलिस इस इस सवाल का जवाब तलाशने में जुटी है कि उमेश पाल के साथ कार में मौजूद गनर पर किसने गोली चलाई. आखिर कार में ही मौजूद ड्राइवर को खरोंच तक क्यों नहीं आई. कार में बैठा ड्राइवर सुरक्षित रहा और कार में ही मौजूद गनर की गोली लगने से मौत हो गई. उमेश पाल के कार से बाहर निकलते ही की फायरिंग की गई तो क्या पल-पल की जानकारी शूटरों को दी जा रही थी. 


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वारदात के वक्त उमेश पाल के साथ कार में आगे की सीट पर बैठा गनर बाहर निकलता है. उमेश पाल के बगल बैठा दूसरा गनर गोली चलने के बाद कार का दरवाजा बंद करते देखा जा रहा है. वायरल सीसीटीवी फुटेज में उमेश पाल के साथ सिर्फ एक गनर कार से बाहर निकलता है. दूसरा गनर और कार का ड्राइवर बाहर निकलते नहीं दिखाई देते हैं. कार के अंदर ही दूसरा गनर घायल अवस्था में पाया गया था. ऐसे में पुलिस पड़ताल कर रही है कि कार में मौजूद ड्राइवर को खरोंच तक कैसे नहीं आई.


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