Ajab Gajab: हिमाचल प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश की गई है. हिमाचल में शिमला जिले के रामपुर स्थित सत्यनारायण मंदिर में मुस्लिम दंपत्ति का निकाह पढ़ाया गया. वहीं आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये मंदिर कोई आम मंदिर नहीं हैं, इस मंदिर को हिंदूवादी संगठन बीएचपी यानी विश्व हिंदू परिषद संचालित करता है. खास बात यह है कि मंदिर परिसर में आरएसएस का संघ कार्यालय भी है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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आपको बता दें कि संगठनों के पदाधिकारियों ने वधू के माता-पिता की मांग पर मंदिर के हॉल में निकाह कराने की स्वीकृति दी थी. इसके बाद मंदिर परिसर में ही निकाह की तैयारियां की गई. वहीं, हॉल में ही मौलवी, वकील और दोनों पक्षों के लोग एकत्र हुए, जहां मौलवी ने दोनों जोड़ों को निकाह पढ़वाया. इसके बाद वकील की देख-रेख में बाकी सारी रस्में भी पूरी की हुईं.


आपको बता दें कि सत्य नारायण मंदिर परिसर में निकाह होने से मुस्लिम समाज के लोग काफी खुश हैं. वहीं, दूसरी तरफ हिंदू धर्म के लोगों ने भी इसे सकारात्मक तरीके से लिया है. खास बात ये है कि मंदिर परिसर में वर-वधु की तरफ से कबूल है-कबूल है... कहा गया और निकाह पूरा हुआ. इसके बाद वर और वधु के परिजनों ने गले लगकर एक-दूसरे को निकाह की बधाई दी. निकाह के दौरान मांसाहारी नहीं केवल शाकाहारी प्रीति भोज का आयोजन किया गया था.


3 मार्च को पढ़ा गया था निकाह
जानकारी के मुताबिक मंदिर में मुस्लिम जोड़े को 3 मार्च को  निकाह पढ़ा गया. इसमें मुस्लिम और इलाके के हिंदू लोग भी शामिल हुए और नव दंपत्ति को आर्शीवाद दिया. 


सिविल इंजीनियर है जोड़ा
आपको बता दें कि रामपुर में सबीहा मलिक एवं महेंद्र सिंह मलिक की बेटी नयामत मलिक एमटेक, सिविल इंजीनियर है. नयामत के पति राहुल शेख भी सिविल इंजीनियर हैं, जो चंबा में चुवाड़ी के रहने वाले हैं. दोनों परिवारों की रजामंदी से मंदिर के हॉल में यह निकाह करवाया गया.