Kaushambi News : यूपी के जेलों में बंद माफिया और दुर्दांत अपराधी अब मनमानी नहीं कर पाएंगे. यूपी सरकार ने जेल में बंद अपराधियों पर नजर रखने के लिए खास व्‍यवस्‍था कर ली है. जेल में बंद अपराधियों की हर गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी. वहीं, जेल के अंदर अपराधियों की मदद करने वाले अफसरों की भी खैर नहीं. जेल अफसरों की किसी तरह की संलिप्‍तता पाए जाने पर उन पर भी कठोर कार्रवाई होगी. 


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डीजी जेल ने गठित की कमेटी 
दरअसल, बरेली जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की भूमिका प्रयागराज के उमेश पाल हत्‍याकांड में सामने आई थी. इसमें जांच में पता चला कि बरेली जेल में बंद अशरफ ने हत्‍या की साजिश वहीं से रच डाली. इसके बाद यूपी सरकार ने पुलिस महकमे में कई परिवर्तन किए. अब डीजी जेल एसएन साबत ने 5 तेज तर्रार आईपीएस अफसरों की एक टीम गठित की है. 


यूपी के इन जेलों पर खास नजर 
जानकारी के मुताबिक, तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों की यह टीम यूपी के जेलों का निरीक्षण करेगी. टीम खासकर यूपी के प्रयागराज, चित्रकूट, जौनपुर, आजमगढ़, वाराणसी, सोनभद्र, बलिया, मऊ, फतेहपुर और बांदा जेलों की निगरानी करेगी. यूपी के इन 10 जेलों में बंद अपराधियों की हर गतिविधियों पर नजर रखेगी. साथ ही साथ टीम इन जेलों का औचक निरीक्षण भी करेगी.  


12 अप्रैल तक सौंपनी होगी टीम को अपनी रिपोर्ट 
बताया गया कि चिन्हित जेल के भीतर अनुशासनहीनता और अनियमितताओं को बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा. किसी तरह की भी लापरवाही पर सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की जाएगी. इन जेल के कर्मचारियों पर भी नजर रहेगी कि अपराधियों को किसी तरह का मदद तो नहीं दिलाया जा रहा है. डीजी जेल एसएन साबत ने टीम को 12 अप्रैल तक इन जेलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. 


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