UP Budget 2023 Highlights : उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या बड़ा संकट है. इससे निपटने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने 750 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया है. इसके तहत हर जिले में एक मॉडल गौशाला के लिए सवा करोड़ रुपये रखे गए हैं. हर गोवंश के लिए 900 रुपये प्रति माह उपलब्ध कराया जाएगा. पशु रोग नियंत्रण के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है.सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए नए आश्रय स्थल निर्माण के लिए 220 करोड़ रुपये रखे गए हैं. 


विधानसभा वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने बजट भाषण में पशुओं से जुड़ी ये बजट घोषणाएं कीं.


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प्रदेश के निराश्रित बेसहारा गोवंश के लिए सभी 75 जिलों में 187 गो संरक्षण केंद्र का निर्माण किया जाएगा. 171 पुराने केंद्रों को भी दुरुस्त 


बुंदेलखंड में बेसहारा गायों बछड़ों के लिए  मंडल के हर जिले में 5-5 आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाएगा.


छुट्टा जानवरों के रखरखाव के लिए 750 करोड़ रुपये आवंटित रखे गए हैं. गौ संरक्षण केंद्रों के लिए 120 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.


पशु रोग नियंत्रण के लिए 116.52 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया गया है.


भेड़ पालन के लिए 3 करोड़ 44 लाख रुपये, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत होल सेल फिश मार्केट के लिए 257.50 करोड़ रुपये रखा गया


विपक्ष घेरता रहा है सरकार को
आवारा जानवरों को लेकर लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में विपक्ष लगातार सरकार को घेरता रहा है. उसका कहना है कि इन छुट्टा जानवरों के कारण ग्रामीण क्षेत्र में किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है. नीलगाय भी फसलों को चौपट कर रही है. विपक्ष गोशाला के खराब रखरखाव, पशुओं के बीमार पड़ने और मौतों की समस्या भी उठा रहा है. हालांकि सरकार का कहना है कि वो लगातार इस मुद्दे पर ध्यान दे रही है. विपक्षी सरकारों में तो सिर्फ स्लॉटर हाउस पर ध्यान दिया.


 


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