नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में इन दिनों बच्चा चोरी गिरोह तेजी से सक्रिय हो गया है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बच्चों के अगवा होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसके चलते सूबे में सनसनी फैली हुई है. लोग अपने बच्चों को घर से बाहर नहीं भेज रहे हैं. हालात कुछ ऐसे हैं कि कई बार लोग बच्चा चोरी के शक में मासूमों के साथ भी मारपीट पर आमादा हो जा रहे हैं. अयोध्या से लेकर कासगंज तक ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. 


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अयोध्या और जौनपुर में पकड़े गए आरोपी 
अयोध्या में एक संदिग्ध महिला जिला अस्पताल में रेकी कर रही थी. जिसकी सीएमएस ने शिकायत करते हुए महिला को कोतवाली नगर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है. वहीं, बीते दिन भीवकोतवाली नगर के फतेहगंज से एक बच्चा चोर पकड़ा गया था. आरोपी ने घर में घुस कर बच्चा चोरी करने का प्रयास किया था. जौनपुर के नगर कोतवाली के उर्दू बाजार में भी ग्रामीणों ने बच्चा चोर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी दक्षिण भारत का बताया जा रहा है. जिले में लगातार मासूम बच्चों के अगवा होने की खबरें सामने आ रही हैं. 


लखनऊ में भी सामने आई घटना 
पुराने लखनऊ में चौक के अकबरी गेट क्षेत्र में आज सुबह सात बजे एक बच्चा चोर मिलने से खलबली मच गयी. स्थानीय लोगों ने चोर को खंभे से बांधकर जमकर पीटा. इसकी सूचना मिलने पर चौक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चोर को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया और गिरफ्तार कर थाने ले गई. डीसीपी वेस्ट डॉ. एस चन्नपा ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है. साथ ही साथ पिटाई और अफवाह के मामले में भीड़ पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच होगी. जिसके बाद पता चल सकेगा कि पकड़ा गया आरोपी बच्चा चोर है या नहीं. 


कासगंज में ग्रामीणों ने बच्चा चोरी के शक में लोगों को पीटा 
वहीं, कासगंज में गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने बच्चा चोरी के शक में चार लोगों की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान ग्रामीणों ने गाड़ी को पलट दिया. पूरा मामला जनपद कासगंज के कोतवाली क्षेत्र के अमापुर रोड पर गल्ला मंडी के पास का है. यहां सुबह इको सवार चार लोग कार से घूम रहे थे. तभी ग्रामीणों ने कार सवारों को बच्चा चोर गिरोह समझ कर पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी. इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने पुलिस के सामने ही कार को पलट दिया. बाद में पुलिस ने किसी तरह कार सवारों को बचाकर हिरासत में लिया. वहीं, पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद बताया कि यह लोग बच्चा चोर नहीं थे. रिलायंस टावर पर काम करने वाले कर्मचारी हैं. एसपी बीवीजीटी एस मूर्ति ने अपील की है कि इस तरह की कोई घटना होती है, तो तत्काल इलाका पुलिस को बताएं. मारपीट जैसी घटनाएं और भ्रामक अफवाह न फैलाएं.