गोण्डा : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मिशन शक्ति के चौथे चरण में एक अनूठी पहल करने जा रही है. इसके अंतर्गत गोण्डा जनपद में प्रदेश के पहले मिशन शक्ति कैफे की शुरुआत की जा रही है. सीएम योगी के मार्गदर्शन में  22 अक्टूबर को जनपद में दुर्गाष्टमी के पावन अवसर पर इसका शुभारंभ किया जाएगा. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा एक स्कूल से इसकी शुरुआत की जा रही है. इससे न सिर्फ इन महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा बल्कि छात्र एवं छात्राओं को भी जंक फूड की बजाय पोषक आहार उपलब्ध होगा. गोण्डा में 22 अक्टूबर को ही 11,000 बेटियों का भव्य कन्या पूजन समारोह "शक्ति वंदन" का भी आयोजन किया जा रहा है. यह सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का अब तक का सबसे कन्या पूजन समारोह है.


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महिलाओं को समर्पित होगा कैफे
गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा के मुताबिक '' शक्ति वंदन समारोह के साथ ही सरकारी सहायता प्राप्त श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय से इस मिशन शक्ति कैफे की शुरुआत की जा रही है. यह कैफे स्कूल और कॉलेजों में स्थापित किए जा रहे हैं, जिनका संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जाएगा. यह प्रदेश का पहला मिशन शक्ति कैफे है जो स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर देगा तो वहीं, छात्र-छात्राओं को पोषक और साफ-स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराएगा.''


उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को नवदेवी सम्मान
नेहा शर्मा शक्ति वंदन समारोह को लेकर तैयारियों में जुटी हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मिशन की थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में 11 हजार कन्याओं को शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज (टॉमसन) के प्रांगण में कन्या भोज कराया जाएगा. इस दौरान इन सभी बेटियों को पोषण पोटली और हाइजीन किट भी प्रदान की जाएगी.. उन्होंने बताया कि मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के आधार पर 9 अलग-अलग क्षेत्रों जैसे पुलिस, उद्यमी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, स्वयं सहायता समूह, पंचायती राज, कला, एनजीओ में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को समारोह के दौरान नव देवी सम्मान से भी सम्मानित किया जाएगा.


बिना भेदभाव हर तबके की बेटियों का होगा सम्मान
सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सभी जाति और पंथ की बेटियों को इस समारोह में एक समान सम्मान देकर समाज को जागरूक किया जाएगा. इसमें खासतौर पर बड़ी संख्या में पिछड़ी, अति पिछड़ी जातियों के साथ ही दलित, आदिवासी, वनटांगियां समाज की बेटियों को सम्मिलित कर उनका पूजन किया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने कई विद्यालयों और समाजसेवी संगठनों से संपर्क किया है. गोण्डा जनपद में वनटांगिया समुदाय के लिए पहले भी कई कार्य किए गए हैं और उन्हें बिजली व सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़कर मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया गया है. इस पहल के माध्यम से इन सभी समुदायों की बेटियों को सम्मान और स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जाएगा.