UP News: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का एक्शन, तीन फार्मासिस्ट के निलंबन का दिया आदेश
Jaunpur News: जौनपुर में मेडिकल की दुकान पर छापेमारी कर लगभग 12 लाख की सरकारी अस्पताल की दवा पकड़ी गई थी. इसमें सरकारी अस्पताल के तीन फार्मासिस्ट संगलिप्त पाए गए है. एसडीएम द्वारा उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा गया था. आज कार्रवाई करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक में तीनों फार्मासिस्ट को निलंबन कर दिया है...
अजीत सिंह/जौनपुर: जौनपुर 4 जून को एसडीएम हिमांशु नागपाल ने करंजकला ब्लॉक पर एक मेडिकल के दुकान पर छापेमारी कर लगभग 12 लाख की सरकारी अस्पताल की दवा पकड़ी गई थी. इसमें सरकारी अस्पताल के तीन फार्मासिस्ट संगलिप्त पाए गए थे. एसडीएम द्वारा उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा गया था. उसी मामले पर आज कार्रवाई करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक में तीन फार्मासिस्ट के निलंबन की कार्रवाई की गई. साथ ही अस्पताल के सीएमएस के खिलाफ विभागीय जांच दी गई है. इस कार्रवाई के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
आपको बता दें कि यूपी सरकार की दवाएं, आरएम मेडिकल स्टोर तक पहुंचने से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. जो दवाएं मिली हैं, उनमें अधिकांश इसी जुलाई माह में एक्सपायर होने वाली थीं. वहीं, इस मामले में मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ जांच के बाद रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. अवैध दवाओं के इस काले खेल के पीछे पूरा रैकेट होने की आशंका है. एसडीएम सदर रहे हिमांशु नागपाल और सरखावाजा पुलिस के साथ सिद्दीकपुर रोड स्थित मेडिकल स्टोर पर छापा मारा था. उस समय मेडिकल संचालक, मौके से फरार हो गया था. इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नार्कोटिक्स ड्रग्स की दस हजार टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन और यूपी सरकार की 'नॉट फोर सेल' लिखी दवाएं भी बरामद की गई थी.
ड्रग इंस्पेक्टर को दी गई थी सूचना
आपको बता दें कि उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर चंद्रेश चतुर्वेदी को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचकर उन्होंने मेडिकल स्टोर को सील करने का आदेश दिया. इस दौरान बरामद दवाइयों की जांच के लिए सैंपल लिए गए. जानकारी के मुताबिक पकड़ी गईं दवाओं की कीमत दस से 12 लाख रुपए से जायदा आंकी गई. भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं भी पकड़ी गईं थीं. आशंका है कि सभी दवाइयां जिला हॉस्पिटल की हैं. इस मामले में दवाओं को जब्त कर संबंधित धाराओं में मेडिसिन स्टोर संचालक राजेश कुमार यादव के खिलाफ सरायख्वाजा थाने में मामला दर्ज कराया गया था.
मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले की जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनिल कुमार शर्मा ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल की सरकारी दवाई करंजकला एक मेडिकल स्टोर पर बेची जा रही थी. जिसकी शिकायत उनके द्वारा जिला प्रशासन को दी गई. एसडीएम हिमांशु नागपाल ने मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर लगभग 12 लाख की दवाई पकड़ी थी. सीएमएस ने बताया कि पूरी दवाएं अस्पताल की नहीं थी, अन्य ब्लाकों की भी दवाई थी. इस मामले में तीन फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार उपाध्याय वीरेंद्र कुमार मौर्य व संजय सिंह ऊपर कार्रवाई की गई है. साथ ही हमारे ऊपर विभागीय जांच की जाएगी.
WATCH LIVE TV