लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रदेश की सभी सरकारी स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार करने के उद्देश्य से 'ऑपरेशन कायाकल्प' के तहत कार्य कर रही है. इस योजना के अंतर्गत 19 पैरामीटर को शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य राज्य की शिक्षा सुविधाओं को बेहतर करके प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को 'स्मार्ट स्कूलों' में बदलना है. 


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ये हैं 19 पैरामीटर
निर्धारित 19 पैरामीटर के  अंतर्गत शुद्ध पेयजल, बालक, बालिका और दिव्यांग शौचालय, जल आपूर्ति, मल्टीपल हैंड वॉशिंग यूनिट, रसोईघर, कक्षा के फर्श का टाइलीकरण, श्यामपट्ट, विद्यालयों की समुचित रंगाई-पुताई, विद्यालय परिसर में दिव्यांग-सुलभ रैंप, रेलिंग, कक्षा की उपयुक्त वायरिंग एवं विद्युत उपकरण, विद्यालयों का विद्युत संयोजन, पाइप वाटर सप्लाई, फर्नीचर, चहारदीवारी आदि का काम पूरा किया जाएगा. 


अगले सत्र से बच्चे डेस्क बेंच पर बैठकर करेंगे पढ़ाई
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अगले सत्र से स्कूलों में टाट पट्टी की छुट्टी हो जाएगी और छात्र-छात्राएं डेस्क बेंच पर बैठकर पढ़ाई करेगें. इसके लिए ऑपरेशन कायाकल्प के तहत तेजी से कार्य किया जा रहा है. स्कूलों के मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के 19 बिंदुओं में से अधिकांश अगस्त माह तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.


शिक्षा व्यवस्था में बदलाव
ऑपरेशन कायाकल्प की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी. इसके तहत 1.33 लाख परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत 1.64 लाख बच्चों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. सीएम योगी के प्रयासों से स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार भी हुआ है और  इन स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है.


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