राजवीर चौधरी /बिजनौर: उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले की हरिनगर कॉलोनी में Allahabad हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस एक महिला को उसकी ससुराल में प्रवेश दिलाने पहुंचे. ससुराल वालों ने घर का दरवाजा नहीं खोला.  इसके बंद दरवाजा तोड़ने के लिए जेसीबी बुलाने के बाद घर में महिला को प्रवेश मिला. महिला की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है.


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जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला ये है कि थाना शहर कोतवाली इलाके के धोकलपुर के रहने वाले अधिवक्ता शेरसिंह ने अपनी बेटी नूतन का विवाह तकरीबन 5 साल पहले हलदौर थाना इलाके के मोहल्ला हरिनगर के देवेंद्र सिंह के बेटे रोबिन के साथ किया था. शादी के कुछ दिन बाद ही नूतन के ससुराल वालों ने दहेज कि मांग करनी शुरू कर दी थी.  इतना ही नहीं उसके साथ आए दिन ससुराल वाले मारपीट भी करते थे. कुछ दिन बाद लड़की को घर से निकाल दिया था.


बाबा का बुलडोजर देखते ही ससुराल वालों के उड़े होश
पीड़ित नूतन के पिता ने 23 जून साल 2019 को थाना हलदौर मे पति रोबिन के खिलाफ संबंधित धाराओं मे मुकदमा दर्ज कराया. उसके बाद महिला नूतन के ससुराल वालों ने नूतन को घर से निकाल दिया था. उसके बाद पीड़ित महिला नूतन के पिता ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए घरेलू हिंसा का वाद इलाहबाद हाईकोर्ट मे दायर किया. 


लंबी लड़ाई लड़ने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नूतन को उसकी ससुराल मे रहने और महिला को सुरक्षा दिलाए जाने का आदेश बिजनौर के डीएम और एसपी को दिया. अफसरों की भारी भरकम फ़ौज पीड़ित महिला नूतन को लेकर उसकी ससुराल पहुंची. ससुराल वालों ने पुलिस अफसरों की तमाम कोशिशों के बाद भी घर का दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद अफसरों ने फिर बाबा का बुलडोजर मंगाया.  बाबा का बुलडोजर देखते ही ससुराल वालों के होश उड़ गए और घर का दरवाजा खोल दिया. पीड़ित महिला को घर मे प्रवेश दिलाकर घर के दरवाज़े पर पुलिस का पहरा बैठा दिया.