लखनऊ: कोयले की किल्लत और भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में बिजली की मांग में इजाफा हुआ है. बावजूद इसके उत्तर प्रदेश सरकार ने तय शेड्यूल के हिसाब से बिजली देने का ऐलान किया है. पावर कारपोरेशन ने 31 मई तक प्रदेश के सभी शहरों और ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति का शेड्यूल जारी कर दिया है. ताज ट्रिपेजीएम जोन में शामिल ग्रामीण इलाकों में भी 24 घंटे बिजली की आपूर्ति होगी, जबकि बुंदेलखंड को 20 घंटे बिजली मिलेगी. 


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 भीषण गर्मी के चलते बढ़ी थी मांग
प्रदेश में गर्मी के सितम के बीच कोयले की कमी ने बिजली संकट को और बढ़ा दिया था, जिससे निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने  राज्य की ललितपुर, अनपरा और हरदुआगंज की बंद उत्पादन इकाइयों को चालू किया है, इसके साथ ही जरूरत के लिए और  बिजली की खरीदी भी की जा रही है. 


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कोयला संकट है बरकरार
प्रदेश में 5 बंद उत्पादन इकाइयों को चालू करने और दूसरे राज्यों से बिजली की खरीद करने के बाद भी कोयले का संकट बरकरार है. रिपोर्ट के अनुसार राज्य की किसी भी इकाई के पास स्टॉक में एक चौथाई कोयला भी नहीं है जबकि 25 फीसदी से कम स्टॉक क्रिटिकल माना जाता है. ऐसे में देखना होगा प्रदेश में तय शेड्यूल के हिसाब से बिजली देने के ऐलान को पूरा करने के लिए अब सरकार कौन सी जुगत लगाती है.


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