नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: यूपी बाराबंकी जिले में बीते कई दिनों से हो रही बारिश ने जनजीवन बेपटरी कर दिया है. केवल बीते दो दिनों की अगर बात करें तो जिले में रिकॉर्ड 188 मिलीमीटर बरसात हुई है. इस बैमौसम बारिश से धान के किसानों की कमर ही टूट गई है. उड़द और अरहर की फसल को भारी नुकसान हुआ है. बारिश के चलते एक ओर जहां शहर से लेकर गांवों तक जलभराव हो गया है तो वहीं 100 से अधिक परिषदीय विद्यालयों में पानी भरा है. कच्चे और जर्जर मकानों का गिरना शुरू हो गया है. बारिश से सरयू घाघरा नदी में दोबारा बाढ़ आ गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

धान की खेती करने वाले लाखों किसानों की कमर टूटी 
 बाराबंकी जिले की अगर बात करे तो यहां हुई बारिश ने तबाही मचा दी है. वैसे तो धान पानी की फसल है मगर अब जब फसल के घर आने की बारी थी तो बरसात ने उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. इस बारिश के कारण जिले के एक लाख 80 हजार हेक्टेयर में धान की खेती करने वाले लाखों किसानों की कमर टूट गई है. जुलाई और अगस्त के महीने में बारिश न होने से किसानों ने महंगी सिंचाई करके अपनी-अपनी धान की फसल बचाई थी. जिलके चलते इसकी लागत भी बढ़ गई. फसल से किसानों को बहुत उम्मीदें थीं. मगर इस बेमौसम बरसात से खेतों में धान की तैयार फसल गिर गई और सड़ रही है. किसानों की मानें तो पानी भरे खेतों में धान काटना मुश्किल है. ऐसे में किसान फसल नुकसान का मुआवजा देने की मांग सरकार से कर रहे हैं.


मुआवजे की मांग कर रहे किसान 
बारिश से चलते बर्बाद हुई फसलों को देखकर परेशान किसानों का कहना है कि फसल का लागत मूल्य भी निकाल पाना मुश्किल है. धान के साथ ही सब्जियों और उड़द की फसल भी बर्बाद हो गई हैं. खेतों में पानी भरने से फसल सड़ जाएगी. वहीं, कई किसानों की काफी धान की फसल खेतों में कटी पड़ी है. इन किसानों का कहना है कि पहले सूखा और अब बारिश का कहर है. ऐसे में किसान फसल नुकसान के मुआवजे की मांग भी सरकार से कर रहे हैं.


वहीं, लगातार बारिश होने से नगर पंचायत क्षेत्रों में जलभराव से जिंदगी थम सी गई है. इसके अलावा शहर के लखपेड़ाबाग, लक्ष्मणपुरी कॉलोनी, आजाद नगर, दीनदयाल नगर, श्रीराम कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में जलभराव हो गया है, जबकि मकदूमपुर, दशहराबाग खलरिया, पंचशील कॉलोनी हजाराबाग, बाल विहार कालोनी, अभयनगर और कमरियाबाग मोहल्लों में तो पानी लोगों के घरों के अंदर घुस गया है तो वहीं बारिश से सरयू घाघरा नदी में दोबारा बाढ़ आ गई है. जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 106.400 मीटर तक पहुंच गया, जिसके चलते बाराबंकी की सिरौलीगौसपुर, रामनगर और रामसन्हीघाट तहसील बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं.


Bhojpuri Gana: शिल्पी राज के भोजपुरी गाने पर देसी छोरी ने मचाया धमाल, वीडियो हो रहा वायरल