उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बेतवा व यमुना नदी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है. डीएम ने अपनी टीम के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा शुरू कर दिया है. साथ ही बाढ़ से निपटने के लिए सभी को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए है. बढ़े हुए पानी से एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित होंगे, जिन्हें अलर्ट कर दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हमीरपुर जिले में बाढ़ का कहर एक बार फिर देखने को मिलेगा क्योंकि लगातार बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है. अभी पांच बार पानी छोड़े जाने से बेतवा व यमुना नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है और अब फिर एक बार आज पानी छोड़ा गया है. माताटीला बांध से 3 लाख 90 हजार क्यूसेक और लहचूरा बांध से 1 लाख 54 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे बेतवा नदी 4 मीटर तक बढ़ सकती है, जो खतरे के निशान से नदी को 2 से 3 मीटर होगा. वहीं बात की जाए यमुना नदी की तो धौलपुर बांध से 10 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी में 4 मीटर बढ़ जाएगा, जो खतरे के निशान से 2 से 3 मीटर ऊपर रहेगा. हालांकि जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है और डीएम ने टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट घोषित कर दिया है


वहीं, दूसरी तरफ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जमीनी हकीकत कुछ और बयान कर रही है. नदी पानी का शहर के बस्तियों में भर गया है, जिसमें कई घर नदी के बाढ़ के पानी में समा गए हैं. वहीं बस्ती के लोग सड़क किनारे अपना सामान लेकर जमा हो गए है. उनका कहना है कि प्रशासन द्वारा अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.