UP Weather: 28 फरवरी को एक्टिव होगा पश्चिमी विक्षोभ, होली से पहले बारिश के आसार, जानें IMD पूर्वानुमान
UP Weather: 28 फरवरी को एक्टिव होगा पश्चिमी विक्षोभ, होली से पहले बारिश के आसार,
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में फरवरी के महीने में पड़ रही गर्मी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ाकर रख दी हैं. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मार्च में रेकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने वाली है. वहीं, मार्च के पहले हफ्ते में प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना भी जताई जा रही है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की बात कही जा रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पश्चिमी यूपी समेत आसपास के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग का मानना है कि होली से पहले हल्की बारिश हो सकती है.ऐसे में गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है.
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र के मुताबिक, यूपी में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है. मार्च के पहले हफ्ते में मौसम शुष्क बना रहेगा. हालांकि राज्य में 28 फरवरी को एक नया विक्षोभ एक्टिव होगा जिसके कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक एक मध्यम तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को पश्चिमी हिमालय की तरफ बढ़ रहा है. इसकी वजह से 28 फरवरी और 2 मार्च के बीच पश्चिमी यूपी में हल्की बारिश की संभावना है.
फरवरी में पड़ रही मई-जून वाली गर्मी
यूपी के कई हिस्सों में रविवार को तापमान में इजाफा देखा गया. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहां एक ओर सुबह हल्की ठंड के साथ धुंध दिखाई दी. वहीं, यूपी के अन्य जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी देखी गई. आलम यह है कि दिन में निकली तेज धूप अभी से मई-जून वाली गर्मी का एहसास कराने लगी है. बता दें कि IMD पहले ही इस बार रिकॉर्ड गर्मी पड़ने की संभावना जता चुका है.
तेजी से चढ़ रहा पारा
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पूरे यूपी, एमपी, बिहार और राजस्थान में फरवरी 100% सूखी ही रही है. इस वजह से उत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों का पारा तेजी से चढ़ने के साथ बढ़ा तापमान अभी से लोगों की परेशानी बढ़ाने लगा है.
किसान परेशान
मौसम में हो रहे इस बदलाव से किसान भी परेशान हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च के महीने में ही 40 डिग्री तक पहुंच गए तापमान फसलों को भी नुकसान पहुंचाएंगे. ज्यादा ताप की वजह से फसलें जल्दी पक सकती हैं. इससे गेहूं की फसल के उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा.