प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (UPHESC) द्वारा अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए देशभर से 1.14 लाख आवेदन मिले. अभ्यर्थियों की ओर से मिले आवेदन से ही आयोग को 20 करोड़ रुपये की कमाई हो गई. यानी आयोग तो मालामाल हो गया. लेकिन क्या यह परीक्षा संपन्न होगी. संपन्न होगी भी तो कब. इसका जवाब न तो आयोग के पास है और न ही अभ्यर्थियों को कुछ पता है. ऐसा इसलिए क्योंकि आयोग जब अपनी मीटिंग का कोरम ही पूरा नहीं कर पा रहा है तो वह परीक्षा प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाएगा.


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दरअसल उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष का कार्यकाल 6 फरवरी को पूरा हो चुका है. आयोग में मौजूदा समय में सिर्फ 2 सदस्य हैं. ऐसे में विज्ञापन संख्या-51 के तहत अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती प्रक्रिया अधर में लटक गई है.


कब होगी आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति


आयोग में अध्यक्ष का एक और मेंबर्स के छह पद हैं. अध्यक्ष और सदस्यों के चार पद खाली हैं. सिर्फ दो सदस्यों के रहने से मीटिंग का कोरम पूरा नहीं हो पा रहा है. इससे आयोग अपने जरुरी काम पूरे नहीं कर पा रहा है. असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती प्रक्रिया की बात करें तो इसके लिए अगस्त 2022 में आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. 
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वहीं आयोग के नये अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए विज्ञापन अब तक जारी नहीं हुआ है. न ही सदस्यों के खाली पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई है.  जबकि यदि एक सदस्य की भी नियुक्ति हो जाती है तो आयोग की मीटिंग के लिए कोरम पूरा हो जाएगा.


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