UPPSC 2022: यूपीपीसीएस परीक्षा के परिणाम आ चुके हैं. टॉप टेन में एक तरफ बेटियों ने बाजी मारी है, तो बेटों ने सफलता पाने के लिए कुछ कम स्ट्रगल और त्याग नहीं किया है. दरअसल, यूपी के सुल्तानपुर के 3 छात्रों ने इस प्रतियोगी परीक्षा में अपना परचम लहराया है. इनमें लेखपाल का बेटा एसडीएम बना, तो एक बेटी डीएसपी और दूसरी नायब तहसीलदार बनी. इस सफलता को हासिल कर तीनों ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है.


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आपको बता दें कि 29 साल के अंकित वर्मा सुल्तानपुर के जयसिंहपुर के पास महादेवपुर गांव की रहने वाले हैं. उनके पिता राममूर्ति वर्मा लेखपाल के पद पर तैनात हैं. जब अंकित की सफलता को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने बताया कि पांचवें प्रयास में उन्होंने ये एग्जाम क्रैक किया है. उन्होंने उप जिलाधिकारी के पद पर सफलता हासिल की है. जानकारी के मुताबिक अंकित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महर्षि विद्या मंदिर पूरी की.


दरअसल, अंकित वर्मा ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्गापुर पश्चिम बंगाल से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद अंकित एक निजी कंपनी में अधिकारी के पद पर भी चयनित हुए, लेकिन उन्होंने पीसीएस ऑफिसर बनने की चाह नहीं छोड़ी. इसके बाद अंकित ने नौकरी छोड़ दी और तैयारी में जुट गए. वह दिल्ली में रहकर कोचिंग कर रहे थे. उन्होंने बताया कि वो प्रतिदिन लगभग 7 से 8 घंटे पढ़ाई करते थे.


वहीं, अंकित ने भी अपनी सफलता के पीछे की कहानी बताई. उन्होंने बताया कि साल 2017 से 2020 तक उन्होंने स्मार्टफोन को हाथ तक नहीं किया. तैयारी के लिए उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली. बता दें कि इस बात का पता इससे चलता है कि 5 साल से उन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल फोटो भी नहीं बदली. उन्होंने बताया कि उप जिलाधिकारी बनने पर लोग उन्हें लगातार बधाइयां दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने एक्जाम क्रैक करने की तैयारी में जुटे छात्रों को भी संदेश दिया. उन्होंने कहा कि ईमानदारी के साथ कठिन परिश्रम करते रहें, लेकिन मूल्यों के प्रति निष्ठा रखें. सफलता जरूर मिलेगी.


आपको बता दें कि आकांक्षा पांडे के सुल्तानपुर के लंभुआ तहसील के कोल्हापुर गांव की रहने वाली हैं. आकांक्षा ने 24वीं रैंक पाकर डीएसपी पद पर चयनित हुई हैं. आकांक्षा ने बताया कि उनके पिता मुरादाबाद में एसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. बता दें कि आकांक्षा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए, एमए और पीएचडी की है. आकांक्षा ने बताया कि उन्होंने कठिन परिश्रम कर सफलता हासिल की है. मेहनत का कोई विकल्प नहीं है.