ITI में पढ़ने वाले छात्रों को योगी सरकार का तोहफा, फीस में दी बड़ी रियायत
UP ITI Fee : इसी साल फरवरी महीने में योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के 150 आईटीआई को अपग्रेड किया था. अब एक और सौगात देते हुए इस साल फीस नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है.
ITI Diploma Fees in UP : लखनऊ : यूपी में आईटीआई में दाखिले की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी ख़बर है. वर्तमान शैक्षिणक सत्र 2023-24 में भी निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में फीस में कोई वृद्धि नहीं होगी. योगी सरकार ने अभिभावकों एवं युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है. फीस में इजाफा न किए जाने के पीछे सबसे बड़ी वजह कोविड-19 महामारी से पैदा असाधारण परिस्थितियां हैं. अधिकांश अभिभावकों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाने की वजह से हो रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वर्ष 2018 के लिए निर्धारित निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए मानक शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है. वर्तमान सत्र में भी वर्ष 2018 मे निर्धारित निजी आईटीआई की फीस को ही जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
अप्रैल 2024 तक फीस निर्धारण का प्रस्ताव करना होगा उपलब्ध
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि सीएम के निर्देश पर व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में भविष्य बनाने जा रहे छात्रों और उनके अभिभावकों को ये बड़ी राहत दी गई है. विशेष सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग अभिषेक सिंह की ओर से इस संबंध में शासनादेश जारी किया गया है. उन्होंने निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन उत्तर प्रदेश, लखनऊ को आगामी सत्र 2024-25 के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए है.
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योगी सरकार प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट-आईटीआई) को आधुनिकीकरण के साथ प्लेसमेंट को भी मजबूत करने पर जोर दे रही है. इसके लिए सभी आईटीआई को प्लेसमेंट से जुड़े लक्ष्य भी पूरा करने को कहा गया है. राज्य में कुल 305 आईटीआई हैं. इनमें विभिन्न प्रकार के 72 व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं.