Varanasi News: वाराणसी में पंजाब से डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती करना युवक को पड़ा भारी, जानिए पूरा मामला
UP Crime News: वाराणसी में पंजाब से डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती करना युवक को भारी पड़ गया. काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के छात्रावास में ठगी का होना पड़ा शिकार. आइए बताते हैं पूरा मामला...
वाराणसी: वाराणसी में पंजाब से डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती करना युवक को भारी पड़ गया. जानकारी के मुताबिक पंजाब के युवक को वाराणसी के काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के छात्रावास में ठगी का होना पड़ा शिकार. छात्रावास में रह रहा युवक डेटिंग ऐप पर जुड़ा. युवक जब दोस्त से मिलने वाराणसी आया, तो विश्वविद्यालय के भीतर मारपीट कर दोस्त समेत कुछ लोगों ने सामान भी छीन लिया. वहीं, इस मामले में चंडीगढ़ निवासी युवक ने ब्लैकमेलिंग, सामान पैसे छीनने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
आपको बता दें कि डेटिंग ऐप पर चंडीगढ़ के युवक से वाराणसी के काशी विद्यापीठ छात्रावास में लूट की बात सामने आई है. पीड़ित की मानें तो उसे डेटिंग ऐप 'ग्राइंडर' पर काशी विद्यापीठ के आचार्य नरेंद्र देव यानी एनडी छात्रावास में बुलाया गया. वहां उससे 5000 रुपए और दूसरे सामान भी लूट लिए गए. वहीं, पीडित ने थाने में शिकायत दर्ज कराकर मदद की गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही. बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी इसे विश्वविद्यालय के अंदर का मामला बताकर टाल मटोल कर रहे हैं.
इस डेटिंग ऐप के जरिए बुलाया
आरोप है कि डेटिंग ऐप ग्राइंडर पर दोस्ती के बाद चंडीगढ़ का युवक वाराणसी के काशी विद्यापीठ दोस्त से मिलने आया. पीड़ित युवक को आरोपी आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास ले गया. छात्रावास में लगभग 5 युवकों ने पीड़ित के 5000 रुपए, एप्पल इयरबड और क्रेडिट कार्ड छिन लिया. पीड़ित ने बताया वह समलैंगिक डेटिंग ऐप से आरोपी के संपर्क में आया.
पीड़ित शिकायत लेकर सिगरा थाने पहुंचा, तो कुछ पुलिसकर्मियों उल्टा पीड़ित का मजाक उड़ाने लगे. वहीं मामले को विश्वविद्यालय परिसर के अंदर का बताया. पूछा तुम वहां क्यों गए थे. पुलिसकर्मियों ने कहा कि मामला विश्वविद्यालय परिसर का है, ऐसे में उसे चीफ प्रॉक्टर के पास जाना चाहिए. वहीं, इस मामले में चीफ प्रॉक्टर कुछ भी बोलने से बच रहें हैं.
वहीं, जब सिगरा थाना प्रभारी राजू सिंह से पीड़ित युवक की शिकायत पर एफआईआर की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा की लड़का गे है और
छात्रावास गया था, जिसके साथ मारपीट हुई है. मामला चीफ प्रॉक्टर के संज्ञान में है, लेकिन लूट के बाबत एफआईआर दर्ज न करने के सवाल पर सिगरा थाना प्रभारी ने फोन काट दिया.