Varanasi:कुश्ती छोड़ करने लगे हथियारों की तस्करी, पहुंचे सलाखों के पीछे
कभी कुश्ती के दांवपेंच लोगों को संघर्ष करने की सीख देते थे. लेकिन कहते हैं न लालच बुरी बला है. पैसे कमाने के लिए शॉर्टकट के चक्कर में दो पहलवान अवैध हथियारों के तस्कर बन गए.
जयपाल/वाराणसी: कम समय में अमीर बनने की फिराक में लोग यह भूल जाते हैं कि पोल खुलने पर उनकी जगह सलाखों के पीछे होगी. वाराणसी पुलिस ने ऐसे ही दो नटवरलाल को गिरफ्तार किया है. हैरानी की बात यह है कि दोनों ही आरोपी कुश्ती के पहलवान हैं. उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मंगलवार को दोनों को वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया है. दोनों आरोपियों के पास से .32 बोर की 7 पिस्टल, 13 मैगजीन और 3 मोबाइल जब्त किया गया है.
मिर्जापुर के रहने वाले हैं तस्कर
बताया जा रहा है कि अभियुक्तों के विरूद्ध थाना सारनाथ, कमिश्नरेट वाराणसी में धारा 3/5/25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीकृत कराया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान देवेश्वर शुक्ला अंबुज पांडेय के रूप में हुई है. दोनों ही मिर्जापुर के रहने वाले हैं.
मुखबिर से मिली सूचना
यूपी एसटीएफ के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह के मुताबिक पूर्वांचल में अवैध हथियार की तस्करी की सूचना लगातार मिल रही थी. इसे गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह की अगुआई में एक टीम एक्टिव की गई. मुखबिर से सूचना मिली कि सारनाथ क्षेत्र में पुराना आरटीओ तिराहा से आशापुर मार्ग पर दो तस्कर अवैध असलहे के साथ मौजूद हैं. इस पर एसटीएफ की टीम ने छापा मार कर दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.
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एसटीएफ की पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक दोनों पहलवान प्रयागराज के विपिन दुबे को मध्य प्रदेश से असलहा लाकर करते थे सप्लाई. बताया जा रहा है कि फेसबुक के जरिए विपिन दुबे से इनकी जान-पहचान हुई थी. पुलिस ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ कर आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.