आशीष द्विवेदी/हरदोई: यूपी के हरदोई में धोखे से एक युवक की नसबंदी कराने का मामला सामने आया है. युवक का आरोप है कि उसकी पत्नी गर्भवती थी. प्रसव पीड़ा होने पर वह प्रसव के लिए पत्नी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया. जहां धोखे में रखकर आशा बहू,संगिनी और चिकित्सकों ने मिलकर उसकी नसबंदी कर दी. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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पांच लाख देने का दिया गया आश्वासन
इस दौरान सभी ने उसे आश्वासन दिया कि उसे पांच लाख रुपये नसबंदी के बदले दिए जाएंगे. जिसके बाद धोखे में रखकर उसकी नसबंदी कर दी गई. रुपये ना मिलने पर युवक ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस अफसरों से की. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी के निर्देश पर पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर कार्रवाई में जुट गई है. 


कई कागजों पर लगवाया गया अंगूठा 
दरअसल, हरदोई के हरियावां थाना क्षेत्र के जफरपुर निवासी गेंदालाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है. गेंदालाल का आरोप है कि उसने अपनी गर्भवती पत्नी को विगत 9 सितंबर को सामुदायिक केन्द्र, हरियावां में भर्ती कराया था. उसकी पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया. अगले दिन उसकी पत्नी को डिस्चार्ज मिलना था, लेकिन आशा बहू पिंकी, संगिनी गीता और उसके पति सुरेश के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने प्रार्थी से कई कागजों पर अंगूठा लगवाया.


जबरन किया गया बेहोश
इसके बाद वह पीड़ित को एक कमरे में ले गए. जबरदस्ती उसे इन्जेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया गया. उक्त सभी लोगों ने एकराय होकर धोखा व छलकपट करके प्रार्थी की जानकारी के बिना प्रार्थी की जबरिया नसबन्दी कर दी. जब युवक को होश आया तब उसने मामले की शिकायत तैनात डॉक्टरों से की. तब सभी आरोपियों ने उसे भद्दी-भद्दी गालियां देकर पत्नी और नवजात के साथ अस्पताल से भगा दिया.


पुलिस मामले की छानबीन में जुटी
फिलहाल, मामले की शिकायत गेंदालाल ने अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी से की है. उसने मुकदमा दर्ज कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की है. वहीं, एडिशनल एसपी पश्चिमी दुर्गेश कुमार सिंह के आदेश पर पुलिस पूरे मामले में  पड़ताल कर कार्रवाई में जुटी हुई है.


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