गोरखपुर:  गोरखपुर नगर पंचायत में बीजेपी का डंका बजा हैं. 11 नगर पंचायत में दस की नतीजे आ चुके है. जिसमे बीजेपी ने 6 सीटों पर जीत हासिल की हैं. वही दो सीट बीएसपी के खाते में गई है . दो सीट पर निर्दल ने जीत हासिल किया हैं.


1 गोला बाजार

बीएसपी लालती 10400 कुल मत  जीत 

द्वितीय स्थान पर बीजेपी किरण 7884 कुल मत .

 

2 घगसरा बाजार

प्रभाकर दुबे बीजेपी जीत 2971 कुल मत मिले.

द्वितीय स्थान पर निर्दल विकास राज 2300 मत मिले.

 

3 बड़हलगंज

बीजेपी जीत प्रीति 4583 कुल मत मिले 

द्वितीय स्थान पर संध्या सपा 4546 मत मिले.

 

4 मुंडेरा बाजार

निर्दल सन्नी जायसवाल 8528 मत मिले.

द्वितीय स्थान बीजेपी सुनीता 7212 मत मिले.

 

5 बांसगांव

प्रीति सिंह निर्दल जीत 3710 कुल मत मिले है.

द्वितीय सुधा सिंह बीजेपी 3637 मत मिले.

 

 

6 पिपराइच

बीजेपी जीत संजय 6816 मत मिले 

द्वितीय स्थान निर्दल  रितेश 6424 मत मिले.

 

7 सहजनवा

बीएसपी लीलावती 4037 कुल मत मिले.

द्वितीय बीजेपी संजीव सिंह 3372 मत मिले .

 

8 पीपीगंज 

लक्ष्मण बीजेपी जीत 6390 कुल मत मिले 

द्वितीय निर्दल गंगा प्रसाद जायसवाल 5136 मत मिले .

 

9 कस्बा संग्रामपुर उनवल

बीजेपी जीत महेश दुबे 2986 कुल मत मिले.

दूसरे स्थान निर्दल गोरख जायसवाल 2021 मिले  .

 

10 चौमुखा कैंपियरगंज

बीजेपी शिखा जीत 5400 मत मिले 

द्वितीय स्थान निषाद पार्टी 3279 मत मिले .

 

11 उरवा बाजार  का नतीज़ा अभी आया नहीं है .

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महापौर पद के लिए गोरखपुर में 16 लोगों ने अपनी दावेदारी की है. इसमें भारतीय जनता पार्टी से डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से नवीन सिन्हा, समाजवादी पार्टी से काजल निषाद, बहुजन समाज पार्टी से नवल किशोर, आम आदमी पार्टी से रमेश, एआईएमआईएम से मोहम्मद कैश, जनअधिकार पार्टी से अशोक व निर्दलीय उम्मीदवारों में कौशल, जंग भूषण सिंह, नीलम पांडेय, बलराम, रीता पांडेय, वीना, शत्रुघ्न,सत्यव्रत जायसवाल, सीमा शामिल हैं. हर प्रत्याशी फिलहाल जनता के सामने गोरखपुर शहर को चमकाने के लिए अलग-अलग दावे कर रहा है. लेकिन नगर निगम का अगला मेयर कौन होगा यह तो जनता ही तय करेगी. 


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जातीय समीकरण की यदि बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस ने जहां कायस्थ मतदाताओं पर अपना दांव खेला है. वहीं समाजवादी पार्टी निषाद मतदाताओं पर जोर है. कायस्थ मतदाताओं की संख्या नगर निगम में अच्छी-खासी हैं. ऐसे में अगर कायस्थ वोटर किसी एक प्रत्याशी पर केन्द्रित रहे तो वो निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं. 

संघ के भरोसेमंद को टिकट
बीजेपी की ओर चुनाव मैदान में उतर रहे मशहूर पैथोलाजिस्ट डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं. 61 वर्षीय डॉ. मंगलेश सरस्वती शिशु मंदिर के जरिये चार दशक पहले संघ से जुड़े थे. बीजेपी के बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं पर उनकी पकड़ का लाभ उन्हें मिलेगा.


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