नौकरी लगते ही पत्नी को ऑफिस में मिल गया आशिक, पति को मौत के घाट उतारने रची खौफनाक साजिश
Kanpur News: कानपुर में एक बार फिर रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो गई. यहां पत्नी ने अपने आशिक के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया. महिला ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पूरी कोशिश की, लेकिन उसकी हकीकत सामने आ गई.
कानपुर : यूपी के कानपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पत्नी ने अपने पति को पहले गुरुग्राम से वापस बुलाया फिर आशिक के हाथों कल्त करवा दिया. पुलिस को गुमराह करने के लिए पत्नी ने पति की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई. लेकिन युवक के घर वालों को बहू की हरकत पर काफी समय से शक था. ऐसे में पुलिस ने जब वारदात की कड़ियों को जोड़ा तो आखिरकार वारदात की गुत्थी सुलझ गई.
बताया जा रहा है कि फर्रुखाबाद निवासी तुलाराम यादव के बड़े बेटे संजय का शादी साल 2004 में कन्नौज निवासी सुमन के साथ हुआ था. दोनों के एक बेटा (16) और बेटी (13) हैं. तुलाराम के मुताबिक चार साल पहले संजय पत्नी को लेकर कानपुर आया और दादानगर फैक्ट्री में काम करने लगा. इसी बीच पत्नी की भी एक प्लास्टिक फैक्ट्री में नौकरी लगवा दी. वहीं उसकी मुलाकात गुजैनी नहर पट्टी पर बसी मायापुरम बस्ती निवासी राम उर्फ राजेश कुमार से हुई. दोनों आपस में घंटों बात करने लगे. इस बीच दोस्ती कब अवैध रिश्ते में बदल गई पता ही नहीं चला. ये बात जब संजय को पता चली तो उसने कई बार पत्नी को समझाने की कोशिश की. लेकिन जब वह नहीं मानी तो वह खुद गुरुग्राम चला गया.
पति को मौत के घाट उतारने के लिए रची साजिश
इसी बीच साजिश के तहत दो महीने पहले सुमन ने माफी मांगकर उसे कानपुर बुला लिया. संजय गड़रियन पुरवा स्थित एक फैक्ट्री में काम करने लगा. इस बीच सुमन और राजेश ने संजय को ठिकाने लगाने के लिए पहले साजिश रची. राजेश ने संजय से पहले दोस्ती की. फिर 22 सितंबर को गुजैनी स्थित घर ले आया. यहां उसे रोज शराब पिलाई. इस बीच उसका फोन भी बंद कर दिया. 26 सितंबर की दोपहर शराब पिलाने के बाद चाकू से संजय का गला रेत दिया. इसके बाद उसका शव पास की झाड़ियों में छिपा दिया. रात में सामने बह रही पनकी नहर में फेंक दिया. चाकू और खून से सने कपड़े कमरे में गाड़ दिए. पुलिस ने कपड़े और आला कत्ल बरामद कर लिया.वहीं शव की तलाश की जा रही है.
पिता को हुआ शक तब हुआ खुलासा
तुलाराम यादव के मुताबिक 22 सितंबर को बेटे का मोबाइल स्विच ऑफ होने पर चिंता हुई. 2 अक्टूबर को फैक्टरी से एक व्यक्ति ने फोन किया और बताया कि बहू सुमन संजय की सैलरी ले गई है. वह कई दिनों से फैक्टरी नहीं आ रहा है. इसपर वह रावतपुर थाने पहुंचे तो पता चला कि सुमन ने 30 सितंबर को बेटे की गुमशुदगी दर्ज करा रखी है. उन्होंने पुलिस को बहू पर शक जताते हुए उसके प्रेमी के बारे में बताया. रावतपुर पुलिस ने सीडीआर लोकेशन निकाली तो संजय की 22 तारीख को आखिरी लोकेशन गुजैनी में राजेश कुमार के घर की मिली.
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पुलिस के दो हाथ लगाने के बाद उगला राज
पुलिस गुरुवार रात को राजेश के घर पहुंची तो तहखाने स्थित कमरा खुदा हुआ मिला. आरोपित से कड़ाई से पूछताछ हुई तो वह टूट गया. राजेश के मुताबिक ''संजय सबकुछ जान चुका था, इसलिए सुमन ने उसे हटाने को कहा था. थाना प्रभारी विनय तिवारी के मुताबिक '' संजय के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बस्ती के लोगों ने बताया है कि ''राजेश के साथ ही संजय रुका था लेकिन कुछ दिनों से नहीं दिख रहा था. बच्चों ने उसे गड्ढा खोदते हुए भी देखा है. फील्ड यूनिट के बेंजाडीन टेस्ट में आरोपित के हाथों व फर्श पर खून मिला है. जमीन में गाड़ा गया चाकू बरामद हो गया है. शव की तलाश की जा रही है.''
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