लखनऊ: लोकसभा उपचुनाव की घोषणा के बाद मैनपुरी जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. मैनपुरी में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू की गई है तो दूसरी ओर प्रचार सामग्री को हटाए जाने का काम शुरू हो गया है. मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी में उपचुनाव होना है. ऐसे में इस हाइप्रोफाइल सीट पर सबकी नजरें हैं. सभी राजनीतिक दलों ने सियासी समीकरण फिट करना शुरू दिया है. सपा लोकसभा चुनाव को लेकर सैफई में मंथन कर रही है. सपा प्रत्याशी के नाम पर मंथन किया जा रहा है. बताया जा रहा है सैफई में अखिलेश यादव ने परिवार के सभी सदस्यों के साथ बातचीत की है.


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शिवपाल पर सबकी नजरें


दरअसल शिवपाल पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह निकाय चुनाव अकेले लड़ेंगे. ऐसे में शिवपाल को लोकसभा उपचुनाव को लेकर कैसे मनाया जाएगा. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल मैनपुरी लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ने संकेत भी दिए हैं. गुरुवार को आगरा पहुंचे शिवपाल यादव ने मैनपुरी से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा था अगर पार्टी चाहेगी को तो वह उपचुनाव लड़ेंगे. 


मैनपुरी से पिछले 33 सालों से मुलायम सिंह यादव खुद या जिसे चाहते थे उसे सांसदी जिताते थे .सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव के लिए यह पारिवारिक सीट बचाने की लड़ाई है. ऐसे में मैनपुरी में प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव की सियासी चाल अहम हो जाती है. यदि वह इस सीट से अपने या बेटे आदित्य यादव के लिए सपा से टिकट मांगते हों तो अखिलेश का क्या रुख होता है, यह देखना होगा.


सपा से तेज प्रताप के नाम की चर्चा


बताया जा रहा है कि इस सीट से समाजवादी पार्टी तेज प्रताप को चुनावी मैदान में उताराना चाहती है. हालांकि शिवपाल यादव के तेज प्रताप के बीच रिश्ते काफी अच्छे हैं. ऐसे में तेज प्रताप यादव के पक्ष में शिवपाल को मनाने के प्रयास भी हो रहे हैं. 2014 में मैनपुरी से सांसद निर्वाचित हुए तेज प्रताप यादव ब्रिटेन के लीड्स विश्वविद्यालय से एमएससी (मैनेजमेंट) की पढ़ाई कर चुके हैं. मैनपुरी सीट पर 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है. 10 नवंबर को चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा. 17 नवंबर नामांकन की अंतिम तारीख होगी. नामांकन की छटनी का काम 18 नवंबर को होगा.