Cancer Symptoms: शरीर में ये बदलाव देते हैं कैंसर का अलर्ट, समय रहते पहचान बचा सकती है जिंदगी
Cancer Symptoms: अक्सर कैंसर की पहचान जब तक होती है, तब तक ये लाइलाज हो चुका होता है. ऐसे में समय रहते अगर इसकी पहचान हो जाए तो लोगों की जान बचाई जा सकती है.
World Cancer Day 2023: खराब लाइफस्टाइल युवा पीढ़ी को कैंसर की ओऱ धकेल रही है. लेकिन अक्सर कैंसर की पहचान जब तक होती है, तब तक ये लाइलाज हो चुका होता है. कैंसर को अर्ली स्टेज में पहचानने और जागरूकता के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है. कैंसर के क्या लक्षण हैं और इलाज के बारे में जानें अहम बातें...
ऐसे पहचाने लक्षण
कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि इससे शरीर का कौन सा हिस्सा प्रभावित हुआ है. इससे जुड़े कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में हम यहां बता रहे हैं. हालांकि, लक्षण इसके अलावा और भी हो सकते हैं.
- थकावट होना
- शरीर में गांठ होना और त्वचा के बाहर से महसूस होना
- वजन में बदलाव होना, अकारण वजन बढ़ना या घटना
- त्वचा में बदलाव महसूस होना
- त्वचा पर ऐसे घाव होना, जो जल्द ठीक न हों
- तिल और मस्सों में बदलाव होना
- बावेल और ब्लैडर की आदतों में बदलाव होना
- लगातार खांसी और सांस लेने में तकलीफ होना
- निगलने में दिक्कत होना
- आवाज में कर्कशता आना
- लगातार अपच की समस्या या खाने के बाद बेचैनी महसूस होना
- लगातार बिना किसी कारण के मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
- लगातार अकारण बुखार और रात में पसीना आना
- अकारण रक्तस्राव और नील पड़ना
इन कारणों से होता है कैंसर
कोशिकाओं के भीतर डीएनए में परिवर्तन के कारण कैंसर होता है. कोशिका के अंदर मौजूद डीएनए में बड़ी संख्या में अलग-अलग जीन मौजूद होते हैं, जिनमें से प्रत्येक में निर्देशों का एक सेट होता है, जो सेल को बताता है कि उन्हें क्या कार्य करना है, कैसे बढ़ना है और कैसे म्यूटेट होना है. निर्देशों में किसी तरह की त्रुटि की वजह से कोशिका अपना सामान्य कार्य करना बंद कर देती है और फिर कोशिका कैंसर से संक्रमित हो जाती है.
यह है कैंसर का उपचार
कैंसर का शुरुआती स्टेज पर निदान होने से इसका इलाज आसान हो जाता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए और समझना चाहिए कि आपके लिए कैंसर स्क्रीनिंग का सबसे अच्छा तरीका क्या हो सकता है. कुछ प्रकार के कैंसर में समय पर पहचान होने से लोगों की जान बचाने में मदद मिली है. जबकि अन्य तरह के कैंसर में उन लोगों की स्क्रीनिंग की जाती है, जिनको इसका खतरा अधिक है.
क्या है कैंसर
जब हमारे शरीर में कुछ सेल अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगते हैं तो इससे कैंसर की शुरुआत होती है. अनियंत्रित रूप से बढ़ रही ये कोशिकाएं इतनी शक्तिशाली होती हैं कि यह शरीर के सामान्य उत्तकों में घुसपैठ करके उन्हें नष्ट कर देती हैं. एक बार कैंसर होने के बाद यह पूरे शरीर में फैल सकता है.
कैंसर से सबसे ज्यादा मौतें
दुनियाभर में होने वाली कुल मौतों में दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर ही है. कैंसर की स्क्रीनिंग, उपचार और रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों का असर पड़ा है और अच्छी बात यह है कि कई प्रकार के कैंसर पर अब मरीजों के ठीक होने और बचने की दर बढ़ रही है.