Barabanki: विश्वप्रसिद्ध देवा मेला का हुआ आगाज, चिंकी-मिंकी भी करेंगी शिरकत
बाराबंकी में लगने वाला ऐतिहासिक देवा माला आज से शुरू हो गया. 20 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले के दौरान फिल्म और कला जगत की की हस्तियां अपनी प्रस्तुति देंगी.
बाराबंकी/नितिन श्रीवास्तव: सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाला विश्वप्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का आगाज गुरुवार को हो गया. वैसे तो इस बार मेला और प्रदर्शनी का आयोजन 11 से 20 अक्टूबर तक होना था, लेकिन यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह के निधन के चलते हुए राजकीय शोक के कारण देवा मेले का उद्धाटन 11 अक्टूबर को स्थगित कर दिया गया था. मेले का उद्धाटन डीएम अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति सिंह ने एजाज रसूल गेट पर शहनाइयों, पीएससी बैंड की मधुर ध्वनि और आतिशबाजी के बीच फीता काटकर किया. इस दौरान शांति के प्रतीक कबूतर भी उड़ाए गये. देवा महोत्सव कोविड-19 महामारी की वजह से दो साल से नहीं लग सका था. ऐसे में इस बार मेले में पहले से काफी ज्यादा भीड़ जुटी है.इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन देवा मेले की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है. देवा महोत्सव में उमड़ी भीड़ को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की है. सीसीटीवी और ड्रोन से मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए चार जोन और 20 सेक्टर में मेले को बांटा गया है.
चिंकी-मिंकी देंगी प्रस्तुति
मेले में कवि सम्मेलन, मुशायरा जैसे पारंपरिक कार्यक्रमों के साथ ही बॉलीवुड गायक मीका सिंह और पद्मश्री मालिनी अवस्थी के गीतों के साथ जुड़वा बहनें चिंकी-मिंकी की कॉमेडी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी. इसके अलावा मानस कार्यक्रम में भजन गायक रविंद्र जैन के शिष्य, पंडित प्रेम प्रकाश दुबे के भजन और फूलों की होली व उमाशंकर महाराज द्वारा साईं भजन प्रस्तुत किया जाएगा. इसके अलावा सुचिता पांडेय का गीत-माला और यायावर रंग मंडल का हास्य नाटक सब गोलमाल है और निधि श्रीवास्तव व उनके ग्रुप द्वारा लोक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा.
वहीं नृत्यांजलि फाउंडेशन की प्रस्तुति कथक संध्या के साथ मेले का समापन होगा. वहीं मेले में दंगल, हॉकी, बैडमिंटन, बॉलीबाल का आयोजन भी होगा. विभिन्न प्रांतों और जिलों के प्रसिद्ध सामानों के अलावा घरेलू जरूरत के सामानों के भी बाजार मेले में सजे हैं. लंपी के चलते गाय-भैंस बाजार इस बार स्थगित है. जिलाधिकारी अविनाश कुमार के मुताबिक देवा मेले से निकलने वाला सद्भाव दुनिया को भाईचारे का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि हाजी वारिस अली शाह की मजार कौमी एकता का प्रतीक है. हाजी साहब ने हमेशा सभी को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया. हमें उनके संदेश को इसी तरह आगे लेकर जाना है.