World Heart Day 2022: हर साल 29 सितंबर का दिन  World Heart Day के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद है ह्रदय रोगों के खिलाफ लोगों को जागरूक करना, क्योंकि दुनिया भर में हर साल लाखों लोग हृदय रोग से मर जाते हैं. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन द्वारा वर्ल्ड हार्ट डे मनाने की शुरुआत हुई. ताकि लोगों को हृदय रोगों के खिलाफ जागरूक किया जा सके. वर्ष 2000 में पहली बार वर्ल्ड हार्ट डे मनाया गया.  यह एक वैश्विक अभियान है जिसके माध्यम से लोगों को यह बताया जाता है कि हृदय रोग (सीवीडी) से कैसे बचा जा सकता है. आइए जानें इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई थी..


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आज की ताजा खबर: यूपी-उत्तराखंड की इन खबरों पर बनी रहेगी नजर, पढ़ें 29 सितंबर के बड़े समाचार


 


World Heart Day का इतिहास
विश्व स्वास्थ्य दिवस की स्थापना पहली बार 1999 में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (World Heart Federation - WHF) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से की थी. वार्षिक आयोजन का विचार 1997-2011 तक WHF के अध्यक्ष एंटोनी बेयस डी लुना द्वारा कल्पना की गई थी. शुरुआत में ये दिन सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, जिसका पहला उत्सव 24 सितंबर, 2000 को हुआ था.


वर्ल्ड हार्ट डे 2022 की थीम
हर साल विश्व हृदय दिवस को एक थीम के तहत मनाया जाता है. इस साल 2022 में विश्व हृदय दिवस की थीम "यूज हार्ट फॉर एवरी हार्ट" Use Heart for Every Heart है. विश्व हृदय दिवस की स्थापना के बाद से हर साल, विश्व स्तर पर हृदय स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को बढ़ावा देने के लिए एक विशिष्ट विषय के इर्द गिर्द ये दिन मनाया जाता है. इस के साथ स्लोगन, इस दिवस का महत्व, कुछ कॉमन मिथक और शुभकामना संदेश भी दिए जाते हैं.


विश्व हृदय दिवस का महत्व
दुनियाभर में किए जा रहे शोध व सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हो रहा है कि आजकल कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक की समस्या हो रही है. ऐसे में World Heart Day का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने हार्ट के प्रति सतर्क करना है. विश्व हृदय दिवस महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके दिल से संबंधित है. इसलिए आपको अपने आप से सवाल करने की जरूरत है. कि आप अपने दिल को हैप्पी और हेल्दी रखने के लिए क्या कर सकते हैं और उसके अनुसार कार्य करें. अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर और नियमित खानपान से अपने को हेल्दी रख सकते हैं.ये दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है.यह दिन हेल्दी लाइफ पर ध्यान केंद्रित को प्रेरित करता है.


हृदय रोग का मुख्य कारण
हृदय रोग का सबसे मुख्य कारण होता है शरीर में कोलेस्ट्राल का बढ़ना माना जाता है. आज के समय में लोग फिजिकली एक्टिविटी न के बराबर करते हैं. जिसके चलते बढ़ता मोटापा भी बड़ी समस्या के रुप में उभरा है. बदलती लाइफस्टाइल इसके लिए ज्यादा जिम्मेदारी है. ज्यादा वजन बढ़ने से भी हृदय संबंधित समस्याओें को खतरा बढ़ जाता है, इसलिए दिल को स्वस्थ रखना बहुत जरुरी हो गया है. अपनी जीवन शैली में बदलाव करके और अच्छी आदतें डालकर  इस घातक रोग से बचा जा सकता है.


कोविड के बाद हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोत्तरी
डॉक्टरों के मुताबिक कोविड के बाद की अवधि में दिल का दौरा और दिल की विफलता के मामलों में काफी बढ़ोत्तरी हुई है.फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के एसोसिएट डायरेक्टर -कार्डियोलॉजी, डॉ. एलके झा के मुताबिक महामारी के बाद, कोविड से संक्रमित लोगों में दिल के दौरे और दिल की विफलता की घटनाओं में 25-30% की वृद्धि हुई है.  जिन मरीजों को कोविड के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा या वेंटिलेटर पर रखा गया, वे अब हृदय संबंधी जटिलताओं के प्रति अधिक संवेदनशील हैं. उनके मुताबिक ऐसे मामलों में काफी वृद्धि देखी जा रही है.


सावधानी बरतने की जरूरत
डॉक्टर ने कहा कि जिन लोगों को कोविड का गंभीर रूप था, उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है. “ठीक हो चुके कोविड रोगियों में हृदय की समस्याओं की भविष्यवाणी करना मुश्किल है. यह सलाह दी जाती है कि कोविड संक्रमण होने के बाद कोई भी जोरदार व्यायाम न करें. तेज चलने या हल्की जॉगिंग के रूप में केवल हल्के व्यायाम ही ठीक हैं. भारोत्तोलन या चरम ट्रेडमिल जैसे किसी भी प्रकार के ताकत प्रशिक्षण अभ्यास में शामिल न हों क्योंकि आपका दिल अभी भी कमजोर हो सकता है.


 


World Heart Day 2022: जानें विश्व हृदय दिवस का इतिहास और महत्व