योगी सरकार ने संस्कृति और खिलाड़ियों के विकास के लिए उठाया बड़ा कदम, कैबिनेट से ये प्रस्ताव मंजूर
25 साल बाद खेल संघ को दिए जाने वाला अनुदान 15000 से बढाकर 2 लाख तक किया गया है. जिससे गांव से लेकर शहरों तक के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा. वहीं, राज्य में पहला संस्कृति विश्वविद्यालय भी बनेगा.
लखनऊ: योगी सरकार ने संस्कृत और संस्कृति का विकास के अलावा उत्तर प्रदेश में अच्छे खिलाड़ी तैयार करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. एकलव्य क्रीड़ा कोष नियमावली 2021 बनाने को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. जहां 25 साल बाद खेल संघ को दिए जाने वाला अनुदान 15000 से बढाकर 2 लाख तक किया गया है. जिससे गांव से लेकर शहरों तक के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा. वहीं, राज्य में पहला संस्कृति विश्वविद्यालय भी बनेगा.
बता दें, प्रस्ताव में दिव्यांग खेल संघों को मान्यता प्राप्त प्रादेशिक खेल संघों के बराबर ही अनुदान राशि देने की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा नियमावली में अनुदान की राशि देने के संबंध में शर्तें, खेल संघों को मान्यता व संबद्धता देने के संबंध में खेल निदेशक के अधिकार भी निर्धारित किए गए हैं. साथ ही खेल संघों की संबद्धता के बारे में भी नियम बनाए गए हैं.
यूपी में बनेगा पहला संस्कृति विश्वविद्यालय
लखनऊ स्थित भातखंडे संगीत संस्थान (डीम्ड यूनिवर्सिटी) को अब राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है, जो राज्य का पहला संस्कृति विश्वविद्यालय बनेगा. यूनिवर्सिटी में अब संस्कृत, संस्कृति के साथ लोक कलाओं, लोक नृत्य पर शोध और कोर्स संचालित किए जा सकेंगे. बता दें, संस्कृति विश्वविद्यालय बनने के बाद यहां से ड्रामा में डिग्री भी मिल सकेगी. संस्कृति विश्वविद्यालय के जरिए लोक कला, शास्त्रीय संगीत, संस्कृति और लोक नृत्यों पर शोध और अध्ययन किया जा सकेगा. इससे संस्कृत और संस्कृति का विकास होगा, साथ ही रोजगार की संभावना बढ़ेंगी
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