भर्ती परीक्षा में फिजिकल पास करने को दवा-इंजेक्शन का इस्तेमाल, CISF एग्जाम में पकड़े गए अभ्यर्थी
औरैया में सीआईएसएफ की भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों के पास से दवाएं व इंजेक्शन मिलने से हड़कंप मच गया. भर्ती के दौरान पिछले दिनों कई छात्र बीमार पड़ गए थे. इस पर भर्ती प्रक्रिया के अधिकारियों ने अभ्यर्थियों की तलाशी तेज कर दी.
गौरव श्रीवास्तव/औरैया: औरैया जिले में सीआईएसएफ की फायर कॉन्सटेबल की भर्ती में आए कुछ युवाओं के पास दवाएं व इंजेक्शन मिले हैं. दरअसल भर्ती में दौड़ के दौरान पिछले कई दिनों से कई छात्र बीमार पड़ गए. यहां तक कि एक लड़के की दौड़ के दौरान मौत भी हो गई. इसी को देखते हुए CISF के उच्चाधिकारी लगातार युवाओं को निर्देश दे रहे थे कि दवाएं लेकर कोई भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल न हो. इसी कड़ी में अधिकारियों द्वारा छात्रों की फिजिकल दौड़ से पहले चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया. इसका परिणाम यह हुआ कि कई छात्रों के पास से इंजेक्शन और दवाएं जब्त की गईं.
अधिकारियों ने दी थी समझाइस
इसके साथ ही सीनियर कमांडेंट ने छात्रों को निर्देश दिए कि कोई भी छात्र दौड़ लगाने से पहले अगर कोई पेनकिलर या कोई दवा का सेवन किया हो वह बता दे. उसकी दौड़ दो दिन बाद लगवाई जाएगी. इससे पहले जितने भी छात्र दौड़ लगाने आए थे उनमें से कई छात्र बीमार हुए हैं और उन का इलाज भी चल रहा है. यहां तक कि एक छात्र की मौत भी हो चुकी है. हालकि सेना के बड़े अधिकारी ने मीडिया के सामने कुछ भी नही बोला.
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24 हजार फायर कांस्टेबल की भर्ती होनी है
CISF में 24 हजार फायर कांस्टेबल की भर्ती को लेकर प्रक्रिया चल रही थी. जहां अलग-अलग जनपदों से छात्र इस भर्ती प्रक्रिया के लिए शारीरिक परीक्षा देने आ रहे हैं. यह भर्ती प्रक्रिया 26 अगस्त से 7 सितंबर तक चलनी है. एक दिन में करीब 250 छात्रों की दौड़ लगा रहे हैं. एक बैच में 75-75 बच्चों का फिजिकल टेस्ट सेना द्वारा लिया जा रहा है. इसके साथ ही औरैया जिले के दिबियापुर थाना क्षेत्र में भी CISF के फायर कांस्टेबल भर्ती के लिए सेना छात्रों से 5 किमी की दौड़ लगवाई जा रही है.