मनमोहन भट्ट/देहरादून: देहरादून की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए अब नया प्लान तैयार किया गया है. देहरादून में जल्द ही रोपवे के जरिए सार्वजनिक परिवहन विकसित होने जा रही है. उत्तराखंड सरकार ने इस प्लान को अमलीजामा पहनाने के लिए दिल्ली मेट्रो की मदद ली है. देहरादून में मेट्रो के संचालन की सभी उम्मीदें खत्म होने के बाद रोपवे के जरिए परिवहन व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर सरकार का यह कदम काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


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देहरादून में रोपवे बनाए जाने को लेकर सोमवार को दिल्ली मेट्रो को डीपीआर बनाने का काम सौंप दिया गया. दिल्ली मेट्रो और उत्तराखंड सरकार के आला अधिकारियों के बीच हुए करार के तहत अगले चार से छह महीने के बीच डीपीआर बनकर तैयार हो जाएगी. इसके बाद करीब 2 साल में रोपवे के जरिए परिवहन व्यवस्था शुरू हो पाएगी. दिल्ली मेट्रो और उत्तराखंड मेट्रो के अधिकारियों ने इसको लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए.


उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने करार पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद कहा कि देहरादून में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. जनसंख्या का दबाव भी इस खूबसूरत शहर पर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को बेहतर जाने के लिए सरकार ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है. मदन कौशिक ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने में 2 से ढाई साल का समय लगेगा. मेट्रो के मुकाबले यह परियोजना काफी कम लागत में पूरी हो जाएगी. कौशिक के मुताबिक इस परियोजना में दो हज़ार करोड़ रुपए का खर्चा आएगा.


इस परियोजना में दो महत्वपूर्ण मार्ग विकसित किए जाएंगे . इसमें  कैब या ऐसी टैक्सी संचालित की जाएगी जो रोपवे पर चलेंगी. इसमें 10 से 12 लोग एक बार में सफर कर पाएंगे पहला मार्ग f.i.r. से घंटाघर होते हुए रिस्पना तक विकसित किया जाएगा और दूसरा मार्ग आईएसबीटी से राजपुर रोड तक बनेगा. देहरादून की परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने के मकसद से इसे मील का पत्थर माना जा रहा है. 


उत्तराखंड सरकार ने दिल्ली मेट्रो को डीपीआर बनाने के लिए आज एमओयू साइन होने के मौके पर 43 लाख रुपए का चेक भी दिल्ली मेट्रो को दिया. देहरादून के लोगों को उम्मीद है कि अगले दो से ढाई साल में यह परियोजना बनकर तैयार होगी और शहर को जाम से मुक्ति मिल पाएगी.