हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तरकाशी विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट कल 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व और अभिजीत मुहूर्त की शुभ वेला पर ठीक 11 बजकर 45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए आगामी 6 माह के लिए बंद होंगे. गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि 14 नवंबर को कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ मुखवा के लिए गंगोत्री धाम से प्रस्थान करेगी. 


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गंगोत्री धाम से प्रस्थान करने के बाद मां गंगा का रात्रि निवास देवी मंदिर में होगा और 15 नवंबर भैया दूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखवा मुखीमठ में 6 माह बाद पहुंचेगी, जहां पर मां गंगा का स्वागत एक बेटी की तरह गांव के लोग करेंगे। और मां गंगा श्रद्धालुओं को आगामी 6 माह के लिए अपने मायके में ही दर्शन देगी.


श्री बदरीनाथ धाम मंदिर के कपाट 18 नवंबर को दोपहर 03:33 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. मौजूदा यात्रा अवधि में अब तक रिकॉर्ड 16 लाख से अधिक श्रद्धालु बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन कर चुके हैं. इसके आलावा केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भैयादूज के दिन बंद होंगे. इस साल 25 अप्रैल को इस मंदिर के कपाट खोले गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक 1 नवंबर तक केदारनाथ और बदरीनाथ में दर्शन करने के लिए 36 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं  ने बाबा के दर्शन किए हैं.


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