Kedarnath Dham : केदारनाथ धाम के कपाट खुले, बर्फबारी के बीच दर्शन को पहुंचे भोलेनाथ के हजारों भक्त
Kedarnath Dham Uttarakhand News: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार सुबह खोल दिए गए. पहले दिन हजारों की संख्या श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.
सुरेंद्र डसीला/देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. मंगलवार को केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए. इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे. बताया जा रहा है करीबह आठ हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. इस मौके पर केदारनाथ मंदिर को लगभग 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. इस पावन मौके पर केदारनाथ मंदिर का नजारा देखते ही बनता है.
बड़ी संख्या में श्रद्धालु कर रहे दर्शन
दरअसल, बाबा केदार के कपाट खुल चुके हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे हैं. कपाट खुलने को लेकर तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने कहा श्रद्धालुओं का 6 महीने का इंतजार अब खत्म हुआ है. अगले 6 महीने तक श्रद्धालु भोलेनाथ दर्शन करेंगे. आपको बता दें पिछली साल इस यात्रा में लाखों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था. इस साल यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. इस बार चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था की गई थी, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और अपना नामांकन कराया था.
ऋषिकेश और हरिद्वार में खराब मौसम के चलते उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ धाम यात्रा के श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक बंद किया है. हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर तेज बारिश और बर्फबारी से यह निर्णय़ लेना पड़ा है. केदारनाथ बद्रीनाथ यात्रा बोर्ड की वेबसाइट पर बताया जाएगा कि कब दोबारा ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रासेस शुरू होगा.
आईटीबीपी के हवाले केदारनाथ धाम की सुरक्षा
जानकारी के मुताबिक केदारनाथ धाम की सुरक्षा आइटीबीपी (ITBP) के हवाले की गई है. कपाट बंद होने के दौरान आइटीबीपी की टीम केदारनाथ धाम में लगातार बनी रही. आइटीबीपी के डीजी मनीष दयाल भी कपाट खुलने के मौके पर दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान आईजी आईटीबीपी संजय गुंज्याल ने ज़ी मीडिया से खास बात करते हुए कहा कि आईटीबीपी देश में ऊंचे बॉर्डर पर तैनात है. इस बार मंदिर की सुरक्षा पहली बार आईटीबीपी को दी गई है. इसे बखूबी निभाया गया.
बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने की तारीख का हुआ ऐलान, देखें महाशिवरात्रि की झलकियां