देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले (UKSSSC Pape Leak Case) में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी. आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर और रासुका लगाया जाएगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने निर्देश दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि यूपी एसएसएससी की जांच एसटीएफ कर रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरोपियों की संपत्तियों की होगी जांच- सीएम धामी 
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है जिन लोगों ने पेपर लीक के जरिए अवैध कमाई की है. उनकी संपत्तियों की जांच कराई जाएगी. साथ ही अगर एसटीएफ की जांच में किसी तरह से कमी रहती है तो दूसरी एजेंसियों की जांच का विकल्प भी खुला है, चाहें वह सीबीआई हो या दूसरी जांच एजेंसी हो. सरकार उस बारे में भी विचार कर सकती है.


युवाओं के भविष्य से नहीं होगा खिलवाड़, समय से होंगी परीक्षाएं
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि जिन भर्तियों की परीक्षा होनी है, उनको समय पर कराने के लिए विचार किया जा रहा है. युवाओं के भविष्य के साथ किसी तरह से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. मगर जिन परीक्षाओं में सीडी बनी है, ब्लूटूथ का इस्तेमाल हुआ है या जिनके पेपर लीक हो चुके हैं. ऐसी परीक्षाएं रद्द होंगी. उसके बारे में सरकार पूरी तरह से शिद्दत के साथ विचार मंथन कर रही है. 


STF कर रही है UKSSSC पेपर लीक मामले की जांच
फिलहाल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले मे जांच की जा रही है. मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. पेपर लीक मामले के तार यूपी के नकल माफिया से भी जुड़े हैं. गैंगस्टर और रासुका के तहत अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर एसटीएफ के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. 


गौरतलब है कि साल 2021 में 4 और 5 दिसंबर को UKSSSC की ग्रेजुएट लेवल के 916 पदों पर भर्ती का आयोजन किया गया था. जिसमें 2 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे. बता दें कि परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जा चुका है और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है. लेकिन इसी बीच पेपर लीक का मामला सामने आया. जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है.