आदित्य मोहन/नैनीताल: नैनीताल में बसा है एक ऐसा होटल यहां अवैध कब्जा करके रहते हैं 134 परिवार. जानकारी के अनुसार इस होटल का मालिक एक पाकिस्तानी है. जो इस होटल को बनाके 1965 में पाकिस्तान निकल गया. फिलहाल उत्तराखंड सरकार इस होटल पर कार्रवाई करने का मन बना चुकी है.


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यह है पूरा मामला
दरअसल उत्तराखंड के नैनीताल में मेट्रोपोल नाम का एक होते काफी वक्त से मौजूद है. जानकारी के अनुसार इसे बनाने वाला 1965 में पाकिस्तान चला गया था. तभी से इसे शत्रु संपत्ति कहा जाने लगा. जानकारी के अनुसार होटल सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाया गया है. इस वजह से होटल के कारण पूरे शहर में जाम की स्थिती अकसर देखने को मिलती है. 23 जुलाई को सरकार द्वारा सभी अतिक्रमण करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होने वाली है.  
हालांकि मेट्रोपोल होटल परिसर में अवैध रूप से काबिज हैं 134 परिवार रह रहे हैं.  


नैनीताल में पाकिस्तानी संपत्ति 
उत्तराखंड के नैनीताल में मौजूद है पाकिस्तानी होटल. अब इसे पाकिस्तानी होटल कहने का कारण है इसका मालिक जो 1965 में पाकिस्तान चला गया. तभी से इस होटल को शत्रु संपत्ति कहा जाता है. इसी के साथ होटल में जो लोग भी रहते है. वो भी मूल रूप से उत्तरखंड के ना होकर अन्य प्रदेशों के हैं.   


होटल की वजह से सड़कें जाम
सरोवरनगरी नैनीताल में जाम की समस्या किसी से छिपी नहीं है. हर टूरिस्ट सीजन में नैनीताल आने वाले पर्यटकों को भीषण जाम से दो चार होना पड़ता है. जाम की समस्या से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत है. अब इसी क्रम में आगामी 23 जुलाई को नैनीताल के मेट्रोपोल होटल का अतिक्रमण हटाया जाना निर्धारित है. इस होटल का अतिक्रमण हटाने के फलस्वरूप प्रशासन को यहां इतनी जमीन उपलब्ध हो जाएगी कि काफी हद तक नैनीताल में पार्किंग की समस्या दूर हो जाएगी. गौरतलब है कि मेट्रोपोल होटल परिसर में स्थित 134 परिवार शत्रु सम्पत्ति में अवैध रूप से रह रहे हैं.  


कब्जेदार द्वारा चलाई जा रही दुकानें 
शत्रु संपत्ति में पूर्व से अवैध रूप से काबिज व्यक्तियों द्वारा अपने आवास अवैध रूप से बेच दिए हैं. कुछ लोगों ने इन्हें किराये में किसी अन्य को दिये हैं. इसी के कारण पहले कब्जे कर कर रह रहे लोग भी अब यहां नहीं रह रहे हैं. फिलहाल किराय पर रह रहे लोगों द्वारा व्यवसायिक गतिविधियां भी इसी स्थान पर की जा रही है. जिनमें कपड़े धुलाई का कार्य किया जाता है. तथा कूड़ा-कबाड़ के कई बड़े गोदाम हैं. शत्रु सम्पत्ति स्थित परिसर में जो अवैध कब्जेदार काबिज हैं. ये समस्त परिवार नैनीताल के मुख्य नाले के किनारे अवैध रूप से काबिज हैं. 


नैनी झील में पहुंच रहा गंदा पानी 
इस नाले का उद्गम स्थल सूखाताल झील है एवं समापन बिन्दु नैनीताल झील है. नाले का उद्गम स्थल सूखाताल नैनी झील का रिचार्ज प्वाइंट है. नाले में अतिक्रमणकारियों द्वारा गन्दगी करने तथा अवैध अध्यासियों द्वारा सीवर का पानी नाले में छोड़े के कारण कूड़ा-करकट एवं सीवर की गन्दगी नैनी झील में प्रवेश कर रही है. जिससे नैनी झील दूषित हो रही है तथा जल प्रदूषण उत्पन्न हो रहा है. नैनी झील के पानी से नगर में पेयजल आपूर्ति की जाती है. जिसका प्रभाव नैनीताल निवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है.


एसपी ने दी जानकारी 
नैनीताल के एसपी हरबंस सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि मां.उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड द्वारा भी जनहित याचिका के आदेश में लिया गया है. प्रत्यक्ष रूप से मेट्रोपोल नाले के किनारे अवैध कब्जा जन स्वास्थ्य को भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रहा है. जोकि बिल्कुल उचित नहीं है. नैनीताल नगर में प्रतिवर्ष पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी तथा नगरीकरण के कारण अत्यधिक संख्या में वाहनों का आवागमन नगर में हो रहा है. जिस कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित रहती है. वर्तमान में पर्यटकों की संख्या के सापेक्ष उनके वाहनों हेतु पार्किंग स्थल पर्याप्त नहीं हैं. मेट्रोपोल होटल परिसर के अतिक्रमित क्षेत्र के अतिक्रमणमुक्त होने के फलस्वरूप यदि इस स्थान पर पार्किंग एवं मार्ग का चौड़ीकरण किया जाता है तो नैनीताल नगर में उत्पन्न हो रही ज्वलन्त पार्किंग/यातायात समस्या का समाधान किये जाने हेतु महत्वपूर्ण कदम होगा.


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