विनोद कांडपाल/हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले आर्टिस्ट प्रकाश चंद्र उपाध्याय (Prakash Chandra Upadhyay) ने कमाल कर दिखाया है. उन्होंने अनोखा गिटार बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है. उन्होंने पूरे शहर के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.


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बनाया विश्व का सबसे छोटा गिटार
राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी में आर्टिस्ट के पद पर कार्यरत प्रकाश उपाध्याय ने एक और उपलब्धि हासिल की है.  उन्होंने विश्व का सबसे छोटा गिटार (वर्किंग मोड ) बनाया है जिसको लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. अब तक 6 कीर्तिमान अपने नाम करने वाले प्रकाश उपाध्याय ने काफी लगन और मेहनत से विश्व के सबसे छोटे गिटार का निर्माण किया है. 


लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज
उपाध्याय ने मात्र 3 सेंटीमीटर लम्बाई के साथ शुद्ध चंदन की लकड़ी, तांबे,एल्यूमीनियम के तार और पिन से गिटार का वर्किंग मॉडल तैयार करके अपना सातवां नया व्यक्तिगत विश्व रिकॉर्ड बनाया है. इस गिटार की आवाज को माइक के माध्यम से बडे अच्छे से सुना जा सकता है. इस गिटार को प्रकाश ने मात्र 4 घंटा 30 मिनट बनाया है. प्रकाश के रिकॉर्ड को लिम्का बुक ने अपने किताब के बैक कवर मे मुख्य स्थान दिया है. जिसके लिए लिम्का बुक के द्वारा इन्हे प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है.


प्रकाश की उपलब्धियां
1: 5x5x7 मिमी का चरखा (वर्किंग मोड ),
2: धार्मिक पुस्तक हनुमान चालीसा जिसका आकार 3x4x4 मिमी
3: 3x4x4 मिमी की हाथ से बनाई एक अन्य पुस्तक का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है.


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