हिन्दू बनाम मुस्लिमों की महापंचायत, उत्तरकाशी के पुरोला बाजार लव जिहाद केस से माहौल तनावपूर्ण
Purola Bazar: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में लव जिहाद केस से माहौल गरमाया हुआ है. हिन्दू बनाम मुस्लिमों की महापंचायत के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार भी सतर्क है. दोनों समुदायों से महापंचायत भी
Mahapanchayat in Uttarkashi: उत्तरकाशी/ हेमकांत नौटियाल : उत्तराखंड के पुरोला बाजार में मुस्लिम युवकों द्वारा हिन्दू लड़की को भगाने जैसे मामलों से माहौल गरमा गया है. हिन्दुओं की महापंचायत के बाद मुस्लिमों ने भी महापंचायत का ऐलान कर दिया है. उत्तरकाशी के पुरोला बाजार की घटना के बाद मुस्लिम व्यापारियों से इलाके से चले जाने के पोस्टर का असर दिखा है. करीब एक दर्जन दुकानदार वहां से सामान उठाकर चले गए हैं.
पुरोला में 15 जून को हिन्दू संगठनों की महापंचायत का बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने समर्थन किया है. लैंसडाउन विधानसभा के भाजपा विधायक दिलीप रावत का कहना है कि जिस तरह से समुदाय विशेष के लोगों ने माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है, उसको देखते हुए कोई निर्णय लेना जरूरी है.ऐसे में महापंचायत का वो समर्थन करते हैं.राजधानी देहरादून में 18 जून को मुस्लिमों क महापंचायत का उन्होंने विरोध किया है. उनका कहना है कि ऐसे लोगों को किराये पर भी कमरा नहीं दिया जाना चाहिए.
उत्तराखंड में लवजिहाद पर घमासान, हिन्दू संगठनों के बाद मुस्लिमों ने किया महापंचायत का ऐलान
पुष्कर सिंह धामी ने की अपील
तनावपूर्ण माहौल के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने भी दोनों समुदायों से महापंचायत स्थगित करने की अपील की है. महापंचायत करने का यह उचित समय नहीं, क्योंकि इससे माहौल खराब हो सकता है.
डीएम-एसपी ने की बैठक
उत्तरकाशी के पुरोला तहसील सभागार में जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई. इसको लेकर विभिन्न संगठनों के कारोबारियों के साथ दोनों समुदाय के लोग मौजूद रहे.बैठक में स्थानीय लोगों ने सामूहिक नमाज पढ़े जाने का भी विरोध किया. दूसरे समुदाय ने ये बात मान ली. एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि नाबालिग लड़की के अपहरण के बाद फैले तनाव के बीच दोनों समुदायों के लोगों से भाईचारा बनाए रखने के लिए सुझाव मांगे गए हैं.
45 बरसों से रह रहे मुस्लिम
व्यापार मंडल पुरोला के प्रतिनिधियों ने कहा, हमने कभी भी किसी को दुकानें बंद करने को नहीं कहा. वहीं मोहमद असरफ ने कहा कि हमें किसी ने डराया धमकाया नहीं है. हम 45 वर्ष पूर्व पुरोला में आए थे. आज तक कभी किसी ने कोई भी बदतमीजी नहीं की. कई जनप्रतिनिधियों ने अनिवार्य सत्यापन करने की मांग की. पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने सत्यापन को लेकर कहा कि अब किसी भी बाहरी व्यक्ति के गृह जनपद प्रवेश से पहले उसका सत्यापन करवाया जाएगा.
पोस्टर चिपकाने वालों पर कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने कहा कि पोस्टर चिपकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि नगर में शांति व्यवस्था कायम रहे. इसके लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन मुस्तैद है. समुदाय विशेष की दुकानें खुलवाने के लिए व्यापार मंडल और जनप्रतिनिधियों से सहमति बनाने की बात कही गई.
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