Patanjali Gurukulam haridwar: उत्तराखंड की राजधानी हरिद्वार में स्वामी रामदेव के पतंजलि गुरुकुलम का शनिवार को शिलान्यास हुआ. हरिद्वार में 250 करोड़ की लागत से दुनिया के सबसे बड़े गुरुकुल की बुनियाद रखी गई.यह सात मंजिला पतंजलि गुरुकुलम होगा. इसमें 1500 छात्रों के आवासीय हॉस्टल की सुविधाएं भी होंगी.


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पतंजलि योग पीठ का स्थापना दिवस
6 जनवरी को ही पतंजलि योग पीठ का 29वां स्थापना दिवस मनाया गया. स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और गुरुकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानंद की जयंती को देखकर भी ये तिथि चुनी गई. रक्षा मंत्री ने स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय में गुरुकुलम एवं आचार्यकुलम की आधारशिला रखी.इस मौके पर हवन पूजन के साथ शिलान्यास हुआ.  इसमें राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,  मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए. 


दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय
बाबा रामदेव का कहना है कि ये गुरुकुल परंपरा को आगे ले जाने वाला ऐतिहासिक कदम है. दर्शनानन्द ने 118 वर्ष पहले तीन बीघा जमीन, तीन ब्रह्मचारी और तीन चवन्नी के साथ गुरुकुल शिक्षा दीक्षा की शुरुआत की थी. गुरुकुल का नाम स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय रखा गया है.


5 हजार बच्चे के लिए डे बोर्डिंग
गुरुकुलम में ही आचार्यकुलम की शाखा भी स्थापित होगी. इसमें 5 हजार बच्चे डे बोर्डिंग का फायदा ले सकेंगे. आचार्यकुलम में सुबह 8 से 5 बजे तक बच्चों को सनातन संस्कृति, आध्यात्म, योग शिक्षा के साथ आधुनिक शिक्षा दी जाएगी. यहां संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी समेत विश्व की पांच भाषाएं सिखाई जाएंगी. महर्षि दयानंद अतिथि भवन बनेगा, जहां शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कार भी दिए जाएंगे.


रामदेव का कहना है कि हरिद्वार और ज्वालापुर की जनता के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस सामुदायिक केंद्र बनाया जा रहा है. स्थानीय जनता किफायती कीमत पर इन्हें किराये पर ले सकेगी.


वेलनेस और मल्टीस्पेशियलिटी सेंटर
पतंजलि की ओर से वेलनेस सेंटर और मल्टी स्पेशियलिटी हेल्थ सेंटर भी बनाया जा रहा है. सम्राट पृथ्वी राज चौहान की विशालकाय प्रतिमा भी यहां लगाई जाने वाली है. गुरुकुलम अगली रामनवमी तक तैयार हो जाएगा. हरिद्वार में इसे अच्छी सफलता मिली तो ऐसे गुरुकुल और आचार्यकुलम को दूसरे राज्यों में भी स्थापित करने पर विचार किया जाएगा.