पुष्कर चौधरी/चमोली: उत्तराखंड कर्मचारी संगठन लंबे समय से सरकार से पुरानी पेंशन (OPS Scheme) बहाल करने की मांग कर रहा था. सोमवार को यह तब और भी गरमा जब संगठन ने विधानसभा में प्रदर्शन करने फैसला किया. हालांकि, पुलिस ने उन्हें विधानसभा भवन पहुंचने से पहले ही रोक दिया लेकिन इस बीच कर्मचारियों की पुलिस से आगे बढ़ने के लिए जद्दोदहद करते नजर आए. बता दें कि सोमवार से उत्तराखंड सरकार का बजट सत्र शुरू हो हुआ है, जो कि राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में होना है. इसी दिन कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ढोल-नगाड़ो के साथ किया विधानसभा के लिए कूच
उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले ही दिन ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की मांग की बहाली को लेकर कर्मचारी संगठनों ने विधानसभा के लिए कूच किया. इस दौरान ढोल-नगाड़ों के साथ के साथ बाकायदा जुलूस निकाला गया. भारी संख्या में कर्मचारी इस कार्यक्रम के दौरान शामिल हुए. प्रदर्शनकारी किसी भी तरह अपनी मांग को लेकर विधानसभा भवन पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे. आंदोलनकारी जैसे ही जंगल चट्टी पहुंचे यहां पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया. इसी बीच प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच जबरदस्त जोर आजमाइश भी हुई. काफी देर तर चले इस प्रकरण के बावजूद पुलिस ने कर्मचारियों को आगे नहीं जाने दिया. 


Uttarakhand: उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत ने बेरोजगारी-मंहगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा,हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा में शामिल हुए कई बड़े नेता


आंदोलनकारियों और पुलिस में हुई धक्कामुक्की
मिली जानकारी के मुताबिक काफी देर कर्मचारियों और पुलिस के बीच धकामुक्की भी हुई. प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं थे वे विधानसभा जाने पर अड़े हुए थे. वहीं, पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया. इसको लेकर प्रदर्शनकारियों द्वारा रोष व्यक्त किया गया. मौके पर स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग भी किया गया. पुलिस की सख्ती के कारण आंदोलनकारी विधानसभा भवन तक पहुंचने मे कामयाब नही हो पाए. हालांकि, आंदोलनकारियों का प्रदर्शन अभी भी जारी है.


Uttarakhand tourism 2023: पहाड़ों और प्रकृति की गोद में बिताना चाहते हैं छुट्टियां, तो उत्तराखंड के ये 6 पर्यटन स्थल रहेंगे बेस्ट