Uttarakhand Update: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से पहाड़ों पर जीवन अस्त- व्यस्त है. बारिश लगातार कहर बरपा रही है. पहाड़ों में नदी- नाले उफान पर हैं. सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. खबर ये भी आ रही है कि कई जनपदों में भवन भी ध्वस्त हो गए हैं. पूरे प्रदेश में लगभग 300 सड़कें बंद हैं. मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर, चमोली, रूद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जनपदों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. 


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पुराने झूला पुल पर हुई आवाजाही बंद
बागेश्वर में सरयू नदी पर बने 110 साल पुरीने पुल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. पुल पर किसी भी प्रकार की आवाजाही नहीं की जाएगी.  स्थानिय लोगों ने बताया कि मरम्मत के अभाव में झुला पुल खतरे की जद में है. पुल के पिलर में बड़ी- बड़ी दरारे आई गई हैं. पुल के नीचे टूटे हुए हैं गाडर. झूला पुल दे रहा है किसी अनहोनी को न्यौता. एहतियातन पुल में आवाजाही को बंद कर दिया गया है. डीएम बागेश्वर ने कहा कि जल्द ही झूला पुल की  मरम्मत की जाएगी. फिलहाल पुल की आवाजाही रोकने के लिए डीएम बागेश्वर ने दिए सख्त निर्देश दिए.पूरे जनपद में देर रात्रि से बारिश जारी है. 


गंगोत्री
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मनेरी डैम और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग झरझर गाड़ रानाचट्टी के पास सड़क पर भारी मलवा आने से मार्ग बंद. BRO और NH विभाग बडकोट दोनों बन्द मार्गों को खोलने में जुटा. दोनों मार्गों में फंसे तीर्थ यात्री और स्थानीय लोग को सुरक्षित निकालने में जुटा प्रशासन. जीवीके डैम से 3000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है. 12:30 बजे ऋषिकेश पहुंच सकता है पानी. दोपहर 1:00 बजे हरिद्वार पहुंचेगा पानी. 


श्रीनगर 


पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश से अलकनंदा नदी का जलस्तर भी भयंकर रूप से बढ़ा हुआ है, इस कारण श्रीनगर डैम से करीब तीन हजार क्यूसेड अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है. इसके चलते देवप्रयाग और ऋृषिकेश और हरिद्वार वालों को संबगन. केदारनाथ हाईवे पर फाटा के पास बड़ा हादसा हो गया. मलबे और बोल्डर की चपेट मे आने एक रेस्टोरेंट ध्वस्त हो गया. इस दौरान रेस्टोरेंट के अंदर दो लोग फंसे थे. जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया.