हेमकान्त नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तरकाशी (Uttarkashi News)  में द्रौपदी डांडा-2 में बीते दिनों एवलांच ( Avalanche) हुआ था. इस हादसे में लापता पर्वतारोहियों के चार शवों को डोकरानी एडवांस बेस कैंप ( Dokrani Advance Base Camp) से हेलीकॉप्टर द्वारा आर्मी के हर्षिल हेलीपैड पर लाया गया, जिसके बाद इन शवों को एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल लाया गया. अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद पुलिस के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. शिनाख्त के बाद परिजनों को शव सौंप दिए गए.


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शवों को किया गया परिजनों के सुपुर्द
आपको बता दें कि अस्पताल में लाए गए चारों शव की शिनाख्त परिजनों द्वारा की गई. इनमें दिवंगत प्रशिक्षक सविता कंसवाल, नवमी रावत, कुमाऊं के अल्मोड़ा निवासी अजय बिष्ट और हिमाचल शिमला निवासी शिवम कैंथोला के शव शामिल है. बता दें कि इस दौरान जिला प्रशासन, आर्मी के जवान, एसडीआरएफ सहित परिजन मौजूद रहे. 


कुछ दिनों पहले हुआ था एवलांच
आपको बता दें कि बृहस्पतिवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी ने इसकी जानकारी दी थी. संस्था ने बताया कि एवलांच के दौरान 7 डेड बॉडी रिकवर हुई हैं. अब तक कुल 26 शव बरामद हो चुके हैं. अभी भी 3 लापता हैं. इनकी तलाश में वायुसेना के जवान, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है. इसके लिए जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन चल रहा है.


रेस्क्यू के लगी हैं ये टीमें
आपको बता दें कि रेस्क्यू के लिए नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के बयालीस, आईटीबीपी के बारह, एसडीआरएफ के आठ, इसके अलावा हाई एल्टीट्यूट वार फेयर स्कूल गुलमर्ग के 14 और भारतीय सेना के 12 सदस्य रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं.


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