Deoria news/त्रिपुरेश त्रिपाठी: देवरिया जनपद में सरकारी अफसरों की उदासीनता के चलते सरकारी अस्पताल बद से बदतर बने हुए हैं. ये अस्पताल दिन प्रतिदिन अनदेखी और भ्रष्टाचारी की बलि चढ़ते जा रहे है. इन अस्पतालों में दवाई करवाने मरीज तो नहीं आते बल्कि अस्पताल परिसर में तरह-तरह के जानवर निकलते हैं. खबर पड़कर आप भी चौंक रहे होंगे देवरिया के अस्पताल के हालात कुछ ऐसे ही है. 


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यहां की तस्वीरें भी ऐसी भयवाह हैं कि जिसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे. यह हम नहीं कर रहे हैं. यहां के कर्मचारी खुद बयां कर रहे हैं. आपको बता दें कि जब जी मीडिया की टीम देवरिया जनपद के सोनाडी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची, तो पता चला कि यहां के हालात बद से बत्तर हो चुके है. यहां की तस्वीर काफी डरावनी थी. कागजों में यह बीस बेड का सरकारी अस्पताल है. जब हम यहां पहुंचे तो इस करोड़ों की बिल्डिंग में सन्नाटा पसरा हुआ था.


बाहर तीन कर्मचारी मिले जिसमें एक अस्पताल का केयरटेकर था और दो यहां के कर्मचारी थे.
अस्पताल की तस्वीर हैरान करने वाली थी. वार्ड हो या कार्यालय यहाँ सब बदहाल थे. यहां अंदर जानवरों ने अस्पताल के फर्श को खोद डाला है. जहां कर्मचारियों ने बताया कि यहां तरह तरह के जानवर निकलते हैं कभी भी जहरीले सांप,स्याही, कुत्ते, हिरण इत्यादि जानवर निकलते हैं. केयरटेकर ने यहां तक बताया कि 2007-8 में यहां शेर भी देखा गया था. खुद यहां के कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल में डर लगता है. यहां पानी तक की बयवस्थ नही है. बिजली भगवान भरोसे है.


इस संबंध में जब हमने जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि जल्द ही हम इसे ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ दिक्कत हैं जल्द ही ठीक हो जाएंगे. अब सवाल इस बात का है कि हर बार अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं, जबकि विगत दस वर्षों से अस्पताल की तस्वीर ऐसे ही बद से बदहाल बनी हुई हैं, और सरकारी फाइलों में यह बीस बेड का अस्पताल शानदार तरीके से चल रहा है.


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