लखनऊ/ वाराणसी: लखनऊ से अयोध्या के लिए हेलीकॉप्टर सेवा प्रारंभ होने से दोनों शहरों की दूरी महज 30-40 मिनट रह जाएगी. ये सेवा 19 जनवरी से संचालित होगी. 16 जनवरी को बुकिंग शेड्यूल से किराया और टाइमिंग पता चलेगी. लखनऊ से अयोध्या के लिए फिलहाल 6 हेलीकॉप्टरों को सेवा में लाया गया है. इसमें से 3 अयोध्या की ओर से और 3 लखनऊ की ओर से उड़ान भरेंगे. 19 जनवरी को लखनऊ के रमाबाई मैदान से हेलीकॉप्टर उड़ान भरना शुरू करेंगे. इन हेलीकॉप्टर में 8 से 18 तक यात्रियों को लाने ले जाने की क्षमता होगी.हेलीकॉप्टर यात्रियों को पहले से बुकिंग करानी पड़ेगी. 16 जनवरी की शाम से बुकिंग शेड्यूल और किराया तय किया जाएगा.


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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही लखनऊ और काशी से अयोध्या तक की हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू हो रही है. जल्द ही काशी से अयोध्या तक हेलीकॉप्टर सेवा भी मिलेगी. 17 दिसंबर को काशी दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमो घाट और यहां बनकर तैयार तीन हेलिपोर्ट का लोकार्पण भी किया था. इसके बाद उड़ान सेवा को हरी झंडी मिल गई. हेलीकॉप्टर से काशी से अयोध्या की दूरी भी 40 मिनट में पूरी होगी. 


हवाई यात्रा शुरू होने से काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद अयोध्या में विराजमान रामलला के दर्शन की राह आसान हो जाएगी. देश में केदारनाथ, चार धाम समेत तमाम धार्मिक स्थलों की तर्ज वाराणसी में भी हेली सेवा की तैयारियां की गई हैं. निजी एविएशन कंपनियों के साथ हेली सेवा का कॉन्ट्रैक्ट किया गया है. इस सेवा के लिए किफायती किराया भी तय किया गया है. 


निजी हेली कंपनियां यात्रियों को वाराणसी की सैर कराएंगी. इसके बाद वहां से अयोध्या ले जाएंगी. इसके लिए नमो घाट पर तीन हेलिपैड बनाए गए हैं. यहां एक साथ तीन हेलिकॉप्टर आराम से उतर सकेंगे. तीन में से दो पक्के हेलीपैड बनाए गए हैं. जबकि एक कच्चा इमरजेंसी हेलिपैड तैयार किया गया है. 


अयोध्या एयरपोर्ट का लोकार्पण 
पीएम मोदी 30 दिसंबर को श्रीराम एयरपोर्ट का लोकार्पण कर चुके हैं.  अयोध्या के श्रीराम एयरपोर्ट से उड़ानें नियमित तौर पर संचालित हो रही हैं. 22 जनवरी को अयोध्या एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा चार्टर्ड विमान उतरने की संभावना है.