Azadi Ka Amrit Mahotsav: 78 लोगों की भीड़ बदल गई हजारों में, चंद सेकंडों में गांधी जी ने तोड़ा था अंग्रेजों का `सफेद कानून`...
Thu, 11 Aug 2022-9:03 am,
Azadi Ka Amrit Mahotsav: 12 मार्च साल 1930 ये दिन तो सामान्य सा ही शुरू हुआ था लेकिन किसी को नहीं पता था कि ये दिन इतिहास के पन्नों में एक अहम दिन बन जाएगा. अहम इस लिए क्योंकि इसी दिन महात्मा गांधी ने एक यात्रा शुरू की..यात्रा थी अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा लगाए गए नमक एक्ट 1882 के विरोध इसलिए हुआ क्योंकि अंग्रेजों ने इस एक्ट के जरिए नमक बनाने का एकाधिकार अपने पास रख लिया था. हालांकि कानून नमक जैसी मामूली चिज से जुड़ा था लेकिन महात्मा गांधी ने सोचा की नमक ही एक ऐसा मुद्दा है जिसपर आंदोलन हुआ तो गरीब से लेकर रसूखदार, हर वर्ग साथ देगा क्योंकि नमक तो हर किसी की जरूरत है. इसी सोच के साथ महात्मा गांधी ने शुरुआत की डांडी मार्च की इस मार्च में कब क्या हुआ और कैसे अंग्रेजों का ये कानून टूटा आज के अंक में इसी बात पर चर्चा होगी.....