Azamgarh Loksabha Seat: आस्था पर वोट या जाती के नाम पर चोट, दोबारा `कमल` खिलाने में कामयाब होंगे निरहुआ?
Azamgarh Loksabha Seat: आजमगढ़ में किसी भी उम्मीदवार के लिए जीत का आधार एम-वाई यानी मुस्लिम-यादव समीकरण का काम करना बताया जाता है. इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. इसके बाद मुस्लिम वोटर हैं. आज हम आपको सूबे की ऐसी हॉट सीट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी सपा की गढ़ मानी जाती थी, लेकिन अभी यहां बीजेपी का कब्जा है. अबकी बार यहां की जनता किसके पक्ष में है इस रिपोर्ट में देखिए.