इस आसन को करने से पूरी शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों में खिचांव होता है, जिससे घुटनों के दर्द से निजात मिलता है.
इस आसन से हड्डिया मजबूत होती है, जोड़ों से आने वाली आवाज भी बंद हो जाती है. साथ-साथ शरीर में कैल्शियम की मात्रा भी बढ़ जाती है.
इस आसन को करने से घुटनों के दर्द से निजात मिलता है. इसके साथ ही घुटनों के टेढ़ापन भी खत्म हो जाता है.
इस योगासन के अभ्यास से हमारे पैर की मांसपेशियों का दर्द कम होता है.
यह आसन पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, शरीर को लचीला बनाने में भी कारगर है.
पर्श्वोत्तनासन को पिरामिड पोज भी कहा जाता है. इसका अभ्यास रोजाना करने से घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है.
इस आसन को करने से पेट ठीक रहता है, जोड़ो के दर्द से भी निजात मिलती है.