उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों को आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने वाली है.
यूपी का ये तीसरा एक्सप्रेस-वे बनने के बाद ग्वालियर की दूरी 121 किलोमीट से घटकर मात्र 88 किमी रह जाएगी.
यूपी, एमपी और राजस्थान के 100 गांवों की 562 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा.
आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए तहसील सदर,खेरागढ़, फतेहाबाद के 18 गांवों की 134 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा.
किसानों को मुआवजा इस अधिग्रहण में किसानों को चार गुना मुआवजा मिलेगा. दायरे में 400 किसान आएंगे.
आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए शासन से बजट मिल गया है और अधिसूचना के लिए एनएचएआई नई दिल्ली को प्रस्ताव भेजा गया है
आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस−वे का निर्माण वर्ष 2025 से शुरू होगा.
छह लेन का एक्सप्रेस-वे 4263 करोड़ रुपये में तैयार होगा. चंबल नदी में 600 मीटर हैंगिंग पुल बनेगा.
पहले चरण की भूमि का अधिग्रहण में सभी गांवों की कुल 17 हेक्टेयर भूमि और दूसरे चरण की भूमि के अधिग्रहण में 15 गांवों में कुल 117 हेक्टेयर भूमि शामिल है.
88.4 किमी वाले इस 6 लेन कॉरिडोर में 1 आरओबी, 2 फ्लाई ओवर बनाए जाएंगे.
इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण तीन चरण में होगा. घनी आबादी और जमीन की अनुपलब्धता को देखते हुए नया एक्सप्रेसवे बनाने को ही प्राथमिकता दी गई.
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस का निर्माण होने के बाद सिर्फ एक से सवा घंटे के अंदर आगरा तक पहुंचा जा सकेगा. दिल्ली पहुंचने में साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा